नई दिल्ली। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने इस महीने की शुरुआत में सिक्किम में चुंगथांग बांध के टूटने पर संबंधित अधिकारियों से छह सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है। हिमालयी राज्य में चार अक्तूबर को अचानक आई बाढ़ से सिक्किम और उत्तरी पश्चिम बंगाल में कम से कम 78 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग अब भी लापता हैं।
बादल फटने के कारण ल्होनक झील के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ से चार अक्तूबर को तीस्ता नदी घाटी के निचले हिस्से में तेज गति के साथ जल स्तर में वृद्धि हुई थी। इस घटना के कारण 1,200 मेगावाट की तीस्ता चरण-3 जलविद्युत परियोजना का एक महत्वपूर्ण घटक चुंगथांग बांध टूट गया।
यह राज्य की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है। एनजीटी अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव व विशेषज्ञ सदस्य ए सेंथिल वेल की पीठ ने कहा कि न्यायाधिकरण ने एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर घटना का स्वत: संज्ञान लिया है।
आपको बता दें कि चुंगथांग (Chungthang) भारत के सिक्किम राज्य के उत्तर सिक्किम ज़िले में स्थित एक गाँव और उपमंडल है। यह लाचेन नदी और लाछुंग नदी के संगम पर स्थित है।