शाहजहांपुर। तिलहर दातागंज बदायूं हाईवे पर निर्माणाधीन 500 मीटर सड़क को बुलडोजर से उधेड़ने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने सड़क उधेड़ने वाले आरोपियों से ही क्षतिपूर्ति की वसूली करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद कार्रवाई तेज हो गई है। 20 दोषियों के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस उनकी गिरफ्तारी को लेकर ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। आरोपी फरार चल रहे हैं।
500 मीटर सड़क पर चलाया था बुलडोजर अब होगी वसूली
जैतीपुर से दातागंज जाने वाले रोड पर निर्माण को लेकर सोमवार रात कुछ लोगों ने सड़क को बुलडोजर चलाकर उखाड़ दिया। सड़क निर्माण कर रही गोरखपुर की फर्म मैसर्स शकुंतला सिंह के ठेकेदार रमेश सिंह की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। उन्होंने बताया कि फर्म को सात किलोमीटर लंबी सड़क के चौड़ीकरण व मरम्मत का कार्य करना था। 15 दिनों में निर्माण कार्य पूरा होना था लेकिन कटरा के कुछ लोग कई माह से सरकारी काम में बाधा डाल रहे थे। कर्मचारियों के साथ मारपीट की थी। दो अक्टूबर की रात नौ बजे अपने आप को विधायक प्रतिनिधि बताते हुए जगवीर सिंह ने 15-20 लोगों के साथ सड़क पर बुलडोजर चलाकर उसे खराब कर दिया। निर्माण में लगे कर्मचारी के साथ मारपीट की उन्हें वहां से भगा दिया। मशीनों और प्लांट में आग लगाने की धमकी दी थी। इस मामले में पुलिस ने राजकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, मारपीट, धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था।
सड़क उधेड़ने वाले आरोपियों से होगी क्षतिपूर्ति, किया जा रहा आकलन
कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय तिवारी को निर्देश दिए गए हैं कि जितनी सड़क बुलडोजर से उधेड़ी गई है। उसका आकलन कर क्षतिपूर्ति की रिपोर्ट दें। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर ने बताया कि ठेकेदार से इस मामले में रिपोर्ट मांगी गई थी। ठेकेदार ने अभी तक क्षतिपूर्ति की रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई है। ठेकेदार को जिन शासकीय दरों के हिसाब से सड़क निर्माण का अनुबंध किया था। उन्हीं दरों के हिसाब से सड़क क्षतिपूर्ति का आकलन किया जा रहा है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। कमिश्नर ने बताया कि सड़क उधेड़ने वाले आरोपियों के घरों पर पुलिस दबिश दे रही है। उनकी गिरफ्तारी कराई जाएगी।