लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने आयुष्मान भवः अभियान की तैयारियों की समीक्षा की। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य योजना के व्यापक कवरेज को प्राप्त करने के लिए “आयुष्मान भव” अभियान आगामी 17 सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। अभियान का उद्घाटन मा0 राष्ट्रपति द्वारा 13 सितम्बर को प्रस्तावित है। इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार कर जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाया जाये।
उन्होंने कहा कि अभियान के सफल आयोजन हेतु भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आयुष्मान भवः अभियान के अन्तर्गत दिनांक 16 सितम्बर, 2023 तक आशाओं को प्रशिक्षिण सुनिश्चित कराया जाये। अभियान के दौरान पीएम-जेएवाई योजना के तहत सभी शेष पात्र लाभार्थियों को शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड का वितरण सुनिश्चित कराया जाये। कोई भी पात्र लाभार्थी न छूटना नहीं चाहिये।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान मेला में स्क्रीनिंग, दवाओं और निदान के साथ व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, विशेषज्ञों के साथ टेली-परामर्श और उचित रेफरल आदि के माध्यम से शीघ्र निदान कराया जाये।
मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जिला अस्पताल, सीएचसी और वेलनेस सेंटर में साफ-सफाई अभियान चलाया जाए। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में समस्त जिला अस्पताल स्वच्छ, हरित और सुंदर दिखाना चाहिए। रक्तदान शिविर पर कहा कि स्कूलों में बच्चों को रक्तदान के बारे में जानकारी दी जाए। ज्यादा से ज्यादा से लोग रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाये।
उल्लेखनीय है कि आयुष्मान भवः अभियान के तहत 17 सितम्बर, 2023 से 2 अक्टूबर, 2023 तक सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा, जिसमें स्वच्छ भारत अभियान, रक्तदान शिविर, अंगदान का संकल्प के तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जायेंगी।
आयुष्मान आपके द्वार 3.0 के तहत दिनांक 17 सितम्बर से आयुष्मान कार्ड का वितरण, आयुष्मान मेला, आयुष्मान सभा का आयोजन किया जायेगा। आयुष्मान मेला के तहत हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर पर प्रत्येक शनिवार स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जायेगा। इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों द्वारा प्रत्येक सीएचसी, पीएचसी (ग्रामीण एवं शहरी) पर चक्रानुक्रम में हर रविवार आयुष्मान मेला का आयोजन किया जायेगा। विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और सेवाओं के बारे में जागरूगता बढाने के लिए एक ग्राम/वार्ड स्तर पर वीएचएसएनसी/नगरीय स्थानीय निकाय के नेतृत्व में 02 अक्टूबर 2023 को आयुष्मान सभा का आयोजन किया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रंजन कुमार, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण किंजल सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।