लखनऊ, 13 अगस्त। सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराकर उत्तर प्रदेश में हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत कर दी है। ध्वजारोहण के दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों से 15 अगस्त तक अपने घर, प्रतिष्ठान और दफ्तरों में तिरंगा फहराकर आजादी के अमृत महोत्सव का भागीदारी बनने की भी अपील की। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी आज झंडा फहराकर इसी अपील को दोहराया है। पीएम मोदी और सीएम योगी की अपील को देखते हुए माना जा रहा है कि इस बार भी पिछली बार की तरह उत्तर प्रदेश में लक्ष्य से अधिक झंडे फहराए जाएंगे। पिछले वर्ष योगी सरकार ने 4.76 करोड़ झंडे फहराने का लक्ष्य रखा था, जबकि लक्ष्य के सापेक्ष कुल 5.25 करोड़ झंडे फहराए गए थे। इस बार सरकार ने 5 करोड़ झंडे फहराने का लक्ष्य तय किया है और हर घर तिरंगा अभियान के प्रति लोगों के उत्साह को देखते हुए लक्ष्य से भी अधिक झंडे फहराए जाने की संभावना है।
झंडों की उपलब्धता का भी किया गया प्रबंध
प्रदेश में जिन स्थानों पर झंडा फहराया जाएगा, यदि उनका आंकड़ा देखें तो स्पष्ट है कि 5 करोड़ का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया जाएगा। सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में अनुमानित कुल 3 करोड़ 98 लाख 76 हजार 217 आवास हैं। वहीं अन्य प्रतिष्ठानों की संख्या भी अनुमानित 29 लाख 91 हजार 813 है। इसके अलावा तमाम निजी दफ्तर, दुकानें,शैक्षणिक संस्थाएं, वाणिज्यिक एवं औद्योगिक इकाइयों समेत अन्य प्रतिष्ठानों पर भी झंडा फहराया जाएगा। इतने बड़े लक्ष्य के सापेक्ष योगी सरकार ने प्रदेश में झंडों की उपलब्धता का भी विशेष प्रबंध किया है। झंडा संहिता मानक के अनुरूप एक करोड़ झंडे जिलास्तर पर पहले से ही उपलब्ध हैं, जबकि 4 करोड़ झंडे सेल्फ हेल्प ग्रुप, निजी सिलाई केंद्रों, एनआरएलएम, एनयूएलएम, एनजीओ, एमएसएमई व खादी उद्योग समेत अन्य माध्यमों से तैयार कराए गए हैं। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष हर घर तिरंगा कार्यक्रम में अनुरोध किया गया था कि इन झंडों को आजादी का अमृत महोत्सव के स्मृति चिन्ह के रूप में सुरक्षित रखा जाए।
हर घर तक तिरंगा पहुंचाएगी सरकार
योगी सरकार द्वारा हर घर तिरंगा अभियान के लिए अपेक्षित त्वरित कार्ययोजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत सभी जिला मुख्यालयों को निर्देश दिए गए हैं कि समस्त राशन की दुकानों, ग्राम पंचायत भवनों, जन सेवा केंद्रों, तहसील, विकासखंड कार्यालय, प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र और पेट्रोल पंप व एलपीजी सेंटर के माध्यम से झंडों का क्रय-विक्रय किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्य विकास अधिकारी ब्लॉक स्तर पर खंड विकास अधिकारी को झंडे उपलब्ध कराएंगे, जो पंचायत सचिव स्तर पर इन्हें हस्तांतरित करेंगे। यहां से ग्राम पंचायत के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र, आशा बहुओं, बीट कांस्टेबल, लेखपाल, शिक्षामित्र के माध्यम से गांव के प्रत्येक घर में झंडों का वितरण किया जाएगा। इसी तरह शहरों में रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएसन, सीडीएस, एनयूएलएम-एसएचजी, निगम पार्दषगण, बीट कांस्टेबल, लेखपाल, शिक्षामित्र के माध्यम से प्रत्येक घर तक वितरण होगा।