लखनऊ, 13 अगस्त: योगी सरकार ने राजधानी लखनऊ को उत्तर प्रदेश का नया आईटी हब बनाने की तैयार शुरू कर दी है। यह आईटी हब कानपुर रोड पर अमौसी स्थित नादरगंज इंडस्ट्रियल एरिया में 40 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम ने ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया है। इसके तहत आईटी हब को तीन भागों में बांटा गया है, जिसमें आईटी पार्क, बिजनेस पार्क और इंटरनेशनल इक्यूबेशन फैसिलिटी सेंटर को स्थापित किया जाएगा। राजधानी में प्रस्तावित यह आईटी हब देश के चुनिंदा बड़े आईटी हब में से एक होगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के विकास को लेकर संकल्पित हैं और खासतौर पर राजधानी लखनऊ को न सिर्फ प्रदेश के लिए बल्कि देश के लिए एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत रखने की मंशा रखते हैं। इसी क्रम में आईटी हब को लेकर योगी सरकार आगे बढ़ रही है।
11.47 एकड़ भूमि पर 6 मंजिला आईटी पार्क किया जाएगा विकसित
उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा प्रस्तुत आईटी हब के प्रस्तावित ब्लू प्रिंट के अनुसार निर्धारित भूमि पर 11.47 एकड़ पर आईटी पार्क का निर्माण किया जाना है। वहीं 7.4 एकड़ में बिजनेस पार्क को विकसित किया जाएगा। इसके अलावा इंटरनेशनल इंक्यूबेशन फैसिलिटी सेंटर को 6.9 एकड़ में बनाया जाएगा। इसके साथ ही 8.7 एकड़ भूमि ग्रीन एरिया के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें पर्यावरण के संरक्षण से जुड़े पेड-पौधों व बगीचों को स्थापित किया जाएगा। इतना ही नहीं 5.8 एकड़ में सड़कों का जाल बिछाया जाएगा ताकि आईटी हब में निर्मित भवनों के बीच कनेक्टिविटी सुनिश्चित हो सके। ब्लू प्रिंट के अनुसार आईटी पार्क, बिजनेस पार्क और इंटरनेशनल इंक्यूबेशन फैसिलिटी सेंटर को बेसमेंट और ग्राउंड समेत 6 मंजिला इमारत में निर्मित किया जाएगा। इन तीनों भवनों की अपनी-अपनी पार्किंग की सुविधा भी होगी। इनकी बेसमेंट पार्किंग में हाइड्रोलिक पार्किंग सिस्टम का उपयोग किया जाएगा।
कंसल्टेंट के चयन की प्रक्रिया शुरू
आईटी हब को लेकर योगी सरकार की मंशा के अनुरूप तैयारियां भी शुरू हो गयी हैं। योगी सरकार ने जमीन के आवंटन, इसके ब्लू प्रिंट के अलावा प्लानिंग एवं सफल इंप्लीमेंटेशन के लिए कंसल्टेंट के चयन की तलाश शुरू कर दी है। इसके साथ ही स्टेट ऑफ द आर्ट आईटी हब और संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की योजना है। आईटी हब में बड़ी आईटी, फाइनेंशियल और टेक कंपनियों को बतौर स्ट्रैटजिक पार्टनर के रूप में जोड़ा जाएगा जबकि आईटी से जुड़ी कंपनियों को आईटी हब के प्रति आकर्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। आईटी हब को इस तरह का स्वरूप दिया जाएगा जहां इनोवेशन और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट की प्रबल संभावना हो। साथ ही आईटी प्रोफेशनल के लिए रोजगार उत्पन्न हो सके जबकि राजधानी लखनऊ का आर्थिक विकास भी हो सकेगा।
पांच एकड़ में स्थापित की जाएंगी आईटी हब की 6 महत्वपूर्ण विंग्स
आईटी हब के प्रस्ताव के अनुसार इसको देश के बड़े इंक्यूबेटर के तौर पर स्थापित किया जाएगा। इसमें ऐसी तमाम खूबियां होंगी जो लोगों को आकर्षित करेंगी। इसके तहत आईटी हब में 6 महत्वपूर्ण विंग स्थापित किया जाएगा। इनमें विमेन इंटरप्रेन्योर्स हब, स्किल एंड नॉलेज एकेडमी, प्रोटोटाइपिंग सेंटर, रिसर्च एंड इनोवेशन सर्किल, इमर्जिंग टेक विंग और यू हब इनोवेशन हब को निर्माण किया जाएगा। इन सारे विंग्स को पांच एकड़ भूमि पर विकसित किए जाने की योजना है।