सना। आतंकी संगठन अल-कायदा ने यमन में अपहरण कर 18 माह से कैद में रखे गए संयुक्त राष्ट्र संघ के पांच कर्मचारियों को छोड़ दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इन कमर्चारियों की रिहाई का स्वागत किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता फरहान हक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अपहृत कर्मचारियों की रिहाई से महासचिव को राहत मिली है। गुटेरेस को सतोष है कि उनकी कठिन परीक्षा और उनके परिवारों और दोस्तों की चिंता आखिरकार खत्म हो गई। साथ ही उन्होंने कहा कि गुटेरेस ने अपराधियों को जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया। रिहा किए सभी पांचों स्टाफ सदस्य बचाव और सुरक्षा विभाग के लिए काम करते थे। एक फील्ड मिशन से अदन लौटते समय फरवरी 2022 में उनका अपहरण कर लिया गया था। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र ने उस समझौता वार्ता पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जिसकी वजह से उनकी रिहाई हुई, लेकिन सहायता के लिए ओमान सरकार को धन्यवाद दिया।
कैद कर्मचारियों में से एक बांग्लादेशी नागरिक एकेएम सुफीउल अनम ढाका पहुंच गए हैं। उन्होंने वहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह जीवित घर लौटेंगे। अन्य चार बंधक यमन के नागरिक थे। संयुक्त राष्ट्र ने उनकी पहचान माजेन बावजिर, बकील अल-महदी, मोहम्मद अल-मुलैकी और खालिद मोख्तार शेख के रूप में बताई है। संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट और मानवतावादी समन्वयक डेविड ग्रेस्ली ने संवाददाताओं से कहा कि मुक्त कराए गए चारों यमनवासी सुरक्षित और स्वस्थ हैं।