लखनऊ, 3 अगस्त: उत्तर प्रदेश में महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा व उनके स्वावलंबन के लिए मिशन शक्ति अभियान समय-समय पर चलाया जाता है। इसी कड़ी में यूपी पुलिस के महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की ओर से महिलाओं एवं बेटियों के सशक्तिकरण के लिए 21 जुलाई से चलाए गए 10 दिवसीय महिला बीट व महिला हेल्प डेस्क अभियान को एक हफ्ते यानी 7 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अभियान के तहत थाना क्षेत्र के बीट पुलिस अधिकारियों (पुरूष एवं महिला बीट अधिकारी) द्वारा सादे कपड़ों में बीट क्षेत्र में महिला सुरक्षा से सम्बन्धित संवेदनशील एवं हॉट स्पाट क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए महिलाओं/बालिकाओं के साथ छेड़खानी करने वालों को चिन्हित कर उन्हे चेतावनी/ काउसिंलिंग करने के साथ आवश्यकतानुसार विधिक कार्यवाही की जा गई है। इस दौरान 17 हजार से अधिक अराजकतत्वों को चिन्हित किया गया। इनमें से कुछ को चेतावनी देकर छोड़ा गया तो कुछ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की गई।
सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की भी दी गयी जानकारी
महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की अपर पुलिस महानिदेशक अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मिशन शक्ति के चौथे चरण के तहत प्रदेश भर में महिला सशक्तिकरण को लेकर दस दिवसीय अभियान की शुरुआत की गयी थी, जो हर माह चलेगा। फिलहाल इस दस दिवसीय अभियान को एक हफ्ते यानी 7 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है। अभियान के दौरान प्रदेश की महिलाओं और बेटियों को विभाग की शक्ति दीदी (महिला आरक्षी) की ओर से विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया गया। साथ ही उन्हे इन योजनाओं का लाभ लेने में हो रही परेशानी को भी संबंधित विभाग से समन्वय बनाकर दूर किया गया। अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि विभाग की ओर से महिलाओं और बेटियों को समस्या को दूर करने के लिए रोजाना एक्शन लिया जाता है, लेकिन इस अभियान के दौरान शक्ति दीदी फील्ड में उनसे संपर्क कर रही हैं और उनकी समस्या को तत्काल निस्तारित करा रही हैं। उन्होंने बताया कि रूटीन के दिनों में यह संभव नहीं हो पाता है इसलिए यह निर्णय लिया गया है।
स्कूलों का दौरा कर बच्चों को दी गयी गुड टच व बैड टच की जानकारी
महिला बीट व महिला हेल्प डेस्क अभियान के तहत प्रदेश भर में में कुल 12,904 बीट पुलिस (महिला व पुरूष) द्वारा 17,324 अराजकतत्वों को चिन्हित किया गया। इनमें से 14,533 व्यक्तियों की काउसिंलिंग करके व चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। वहीं 558 अभियोग पंजीकृत किये गये। इसके अलावा 167 व्यक्तियों के खिलाफ 110 सीआरपीसी के तहत एक्शन लिया गया। इसके साथ ही 122 व्यक्तियों के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्यवाही की जा रही है। इतना ही नहीं 1,825 व्यक्तियों के खिलाफ 151/107/116 सीआरपीसी की कार्यवाही की गई। अभियान के दौरान 119 व्यक्तियों के खिलाफ अन्य चालान/जुर्माना की कार्यवाही की गई। अभियान के दौरान बीट क्षेत्र के स्कूलों (प्राथमिक/उच्च माध्यमिक/इंटरमीडिएट स्कूल) में दौरा करते हुए बच्चों को विभिन्न बाल अपराध के सम्बन्ध में जागरूक किया गया। इस बीच बच्चों को गुड टच और बैड टच की भी जानकारी दी गयी। इसके लिए विशेषज्ञों की ओर से सेमिनार का आयोजन किया गया।