लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष आज यहां उनके सरकारी आवास पर नगर विकास विभाग की विभिन्न विकास योजनाओं के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार नगरों को सतत एवं सुनियोजित विकास के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में जैसे-जैसे विकास बढ़ रहा है, उसी प्रकार शहरीकरण भी बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आकांक्षी नगर योजना के माध्यम से शहरी क्षेत्रों में आपस में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से विकास कार्याें को आगे बढ़ानें जा रही है। इसके लिए 16 इन्डीकेटर्स चिन्हित किए गए हैं। इस योजना के अन्तर्गत इस प्रकार व्यवस्था बनायी जाए, जिससे सभी नगर निकाय लाभान्वित हो सकें। आकांक्षी नगर योजना में सम्मिलित नगरों में पर्याप्त मैनपावर उपलब्ध करायी जाए। इन नगरों में विकास कार्याें को बेहतर ढंग से सम्पादित करने के लिए सीएम फेलो को तैनात किया जाए। सीएम फेलो का बेहतर प्रशिक्षण कराया जाए तथा समय से डाटा उपलब्ध कराया जाए।
प्रदेश सरकार ने लोगों की आवश्यकताओं के अनुरूप नगरीय क्षेत्रों के परिसीमन में वृद्धि कर नये नगरीय निकायों का सृजन किया है। इन नये नगरीय क्षेत्रों में जन्म प्रमाण पत्र व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने की व्यवस्था को बेहतर किया जाए, ताकि आमजन को कोई परेशानी न हो। नगर विकास विभाग सभी 17 नगर निगमों में जल भराव की स्थिति की समीक्षा कर कार्याें को बेहतर ढंग से सम्पादित करें। शहरी क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के कार्याें को आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब व्यक्ति की बेटी की शादी/अन्य मांगलिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए नगर विकास विभाग द्वारा बनाये जा रहे कल्याण मण्डपम बनाये जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना से इन्हें जोड़ा जाए तथा इन कल्याण मण्डपम के निर्माण में विधायक निधि का भी उपयोग किया जाए। शहरी क्षेत्र के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थनों में मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाए। इसके लिए कनवर्जेन्स के माध्यम से कार्याें को आगे बढ़ाया जाए। सभी विकास प्राधिकरण आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ें। शहरी क्षेत्र में ग्रीन रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए कार्याें को व्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ाया जाए। शहरों में निराश्रित/आवारा जानवरों का व्यवस्थित पुनर्वास किया जाए।