वाराणसी, 27 जुलाई। भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में देश विदेश से हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। लेकिन सारनाथ में कोई व्यवस्थित और सुविधा युक्त पार्क न होने से पर्यटकों को खाने-पीने व आराम करने में परेशानी झेलनी पड़ती है। इसे देखते हुए योगी सरकार पर्यटकों के लिए सारनाथ में एक मल्टीफंक्शनल पार्क डेवलप करने जा रही है। धम्मेक स्तूप के पास प्रस्तावित इस पार्क में खाने-पीने, सामाजिक गतिविधियों, विशेष उत्पादों के प्रदर्शनियों के लिए एग्जीबिशन पवेलियन आदि की सुविधा होगी।
तथागत की तपोस्थली सारनाथ में योगी सरकार पर्यटकों के लिए मल्टीफंक्शनल पार्क का निर्माण करवाने जा रही है। 18,250 स्क्वायर मीटर में ये ओपन पार्क प्रस्तावित है। वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया कि पार्क में भगवान बुद्ध पर आधारित लैंड स्केपिंग और स्कल्पचरल कोर्ट, ओडीओपी और जीआई उत्पाद समेत हस्तशिल्पियों के अन्य उत्पादों के लिए एग्जीबिशन पवेलियन, फाउंटेन पौंड, वेंडर जोन, फ़ूड कोर्ट बैठने के लिए पत्थरों के बेंच, सामाजिक कार्यो के लिए बड़ा ओपन स्पेस, मंच, विशेष अवसरों लिए स्विस कॉटेज और ग्रीन रूम होगा। पाथ-वे व रौशनी के लिए हेरिटेज लाइट लगाई जाएगी। इस मल्टी फंक्शनल एरिया या पार्क के निर्माण की लागत लगभग 179.90 लाख होगी। इस मल्टीफंक्शनल एरिया के लिए पर्यटन विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद निर्माण के लिए आवश्यक कार्यवाही होगी।
सारनाथ में ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहर के स्थान पर खाने-पीने और आराम करने की इजाजात नहीं होने से रोज हजारों की संख्या में देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को परेशानी होती थी। जो इस पार्क के बनाने से ख़त्म होगी। सारनाथ में प्रो-पुअर प्रोजेक्ट के तहत पहले से ही विकास के कार्य चल रहा है। प्रो पुअर प्रोजेक्ट पर्यटकों की सुविधा के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कराया जा रहा है।