मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिंदे गुट पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले साल बारिश में बांध में छुपे केकड़ों ने इसे तोड़ दिया था और उनकी सरकार गिरा दी थी।
ठाकरे ने कहा, “मेरी सरकार पिछले साल भारी बारिश में नहीं बही थी… केकड़ों ने बांध तोड़ दिया था। वे वहां कीचड़ में छिपे हुए थे। हम कुछ नहीं कर सके क्योंकि केकड़ा तो केकड़ा होता है, उन्हें सीधा करने की आप कितनी भी कोशिश करें, वे किनारे की तरफ ही चलते रहते हैं।”
उन्होंने बताया कि केकड़ों की एक निश्चित मानसिकता होती है। केकड़ों से भरी टोकरी को ढकने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि जब एक ऊपर जाएगा तो दूसरा उसे नीचे खींच लेगा। उनका इशारा मूल शिव सेना में विद्रोह और एकनाथ शिंदे द्वारा ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराने की तरफ था।
जब राज्य 19 जुलाई को इरशालवाड़ी, रायगढ़ में भारी पहाड़ी भूस्खलन त्रासदी से जूझ रहा था, जिसमें 27 लोग मारे गए थे़, उस समय दिल्ली दरबार से पहले ‘मुजरा’ करने जाने के लिए भी शिंदे की आलोचना की।
गुरुवार को अपने 62वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर सामना समूह के कार्यकारी संपादक संजय राउत को दिए गए वार्षिक मैराथन मल्टी-मीडिया साक्षात्कार में ठाकरे ने ये तीखी टिप्पणियाँ की हैं जिसकी पहली किस्त बुधवार को प्रकाशित हुई थी।