लखनऊ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री श्री ओमन चांडी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। श्री मोदी ने उनके साथ अपनी अलग-अलग समय पर हुई बातचीत को भी याद किया, खास तौर से जब वे दोनों अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्री थे।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा;
“श्री ओमन चांडी जी के निधन से हमने एक विनम्र और समर्पित नेता खो दिया है, जिन्होंने अपना जीवन सार्वजनिक सेवा के लिए समर्पित किया और केरल की प्रगति के लिए काम किया। मुझे उनके साथ अपनी अलग-अलग समय पर हुई बातचीत याद है, खास तौर से जब हम दोनों अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्री थे और बाद में जब मैं दिल्ली आ गया। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।”
ओमान चांडी 1970 में पहली बार पुथुपल्ली सीट से चुनाव जीतकर केरल विधानसभा पहुंचे और 50 साल तक वहां एक भी चुनाव नहीं हारे। 2021 में उन्होंने अपना आखिरी चुनाव लड़ा था। 26 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला चुनाव लड़ा था और 5 दशकों तक पुथुपल्ली सीट लगातार कांग्रेस के पास रही। हालांकि, फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस की स्थिति उतनी मजबूत नहीं है, जितनी ओमान चांडी के समय पर थी। चांडी ने 1970, 1970, 1977, 1980, 1982, 1987, 1991, 1996, 2001, 2006, 2011, 2016 और 2021 में यहां से चुनाव लड़ा।
दो बार चुने गए मुख्यमंत्री :
ओमान चांडी दो बार केरल के मुख्यमंत्री चुने गए। उन्होंने 2004 से 2006 और 2011 से 2016 के दौरान सीएम पद की जिम्मेदारी संभाली। इसके अलावा 2006 से 2011 के दौरान ओमान केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। अपने राजनीतिक सफर के दौरान दो घोटालों में भी ओमान चांडी का नाम सामने आया। केरल के वित्त मंत्री रहते हुए उनका नाम पामोलेन स्कैम में सामने आया था. 1991 के इस घोटाले ने केरल की सियासत में भूचाल मचा दिया था। इस मामले में दो करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का आरोप था। इसके अलावा, केरल के सोलर स्कैम में भी उनका नाम सामने आया था।