(शाश्वत तिवारी) : विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन सीरिया की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर होंगे, जो सात वर्षों में देश की पहली मंत्री स्तरीय यात्रा होगी। बुधवार से शुरू होने वाली अपनी पहली सीरिया यात्रा के दौरान मुरलीधरन के व्यापक चर्चा के लिए दमिश्क में देश के नेतृत्व से मिलने की संभावना है। वह सीरियाई छात्रों के एक समूह से भी बातचीत करेंगे, जिन्होंने छात्रवृत्ति योजना के तहत भारत में पढ़ाई की है या आगे बढ़ रहे हैं। मुरलीधरन के सीरियाई ऑर्थोडॉक्स चर्च के पदाधिकारियों से भी मिलने की उम्मीद है।
भारत और सीरिया के बीच पारंपरिक रूप से लोगों के बीच गहरे संबंधों पर आधारित मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। इसमें कहा गया है कि भारत ने क्षेत्र में संघर्ष के दौरान सीरिया में अपना दूतावास बनाए रखा है। बड़ी संख्या में छात्र, व्यवसायी और मरीज़ भारत की यात्रा करते हैं।
भारत ने प्रमुख आईटीईसी कार्यक्रम के तहत छात्रवृत्ति योजनाओं और प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के माध्यम से पिछले कुछ वर्षों में सीरियाई युवाओं की क्षमता निर्माण में काफी योगदान दिया है। मुरलीधरन की यात्रा से दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों को और गति मिलने की उम्मीद है।