लखनऊ, 7 जुलाई: उत्तर प्रदेश के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) को वैश्विक पहचान दिलाने में जुटी योगी सरकार ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। ओडीओपी को स्थानीय बाजारों, ऑनलाइन प्लेटफार्म (फ्लिपकार्ट, अमेजन आदि) के माध्यम से देश-विदेश में बिक्री के लिए सरकार ने दो एमओयू साइन किए हैं। इनमें पहला एमओयू जिला प्रशासन और आईआईएम इंदौर के बीच हुआ है, जबकि दूसरा एमओयू नगर निगम और आईआईएम इंदौर के बीच हुआ। इन एमओयू के माध्यम से न सिर्फ ओडीओपी की देश और विदेश में बिक्री के लिए मार्केटिंग और ब्रांडिंग की जाएगी, बल्कि कारीगरों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा प्रदेश के ओडीओपी को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की है। इसके लिए उन्होंने कारीगरों को उच्च स्तर का प्रशिक्षण दिलाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। ये दोनों एमओयू उनकी इसी मंशा का प्रतिफल है।
सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत उपलब्ध कराया जाएगा ऋण
जिला प्रशासन और आईआईएम इंदौर के बीच साइन एमओयू के तहत ओडीओपी से जुड़े कारीगरों को प्रशिक्षिण, निर्मित माल की ब्रांडिंग, एवं देश-विदेश में मार्केटिंग की जाएगी। वहीं नगर निगम और आईआईएम के बीच साइन एमओयू के तहत शहर की स्वच्छता, सुंदरता एवं पर्यावरणीय पहलुओं पर काम किया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार और आईआईएम इंदौर के प्रोफेसर मौजूद रहे। एमओयू के तहत जिले में संचालित विकास योजनाओं के माध्यम से गांव-गांव तक लोगों को स्वच्छता अभियान से जोड़ा जाएगा। साथ ही लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण सहायता योजना आदि के तहत ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार की कस पहल से लोगों को अधिक से अधिक स्वरोजगार एवं रोजगार सृजन करने के उद्देश्य से उद्योग लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। आईआईएम इन्दौर के प्रोफेसर हिमांशु राय ने बताया कि स्वच्छता के लिए अयोध्या एवं कानपुर में चलाई गयी मुहिम की तरह लखनऊ में भी प्रयास किये जायेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी, नगर आयुक्त, अपर जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र के उपायुक्त उद्योग एवं बैंक ऑफ इण्डिया के जिला प्रबंधक आदि मौजूद रहे।