वाराणसी, 07 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आत्मा में काशी और काशीवासी बसते हैं। यही कारण है कि वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यस्तता के बावजूद प्रधानमंत्री अपनी काशी में आने का मोह नहीं छोड़ पाते। यहां की विरासत और संस्कृति के लिए उनके मन में चिंता और चिंतन भाव होता है। ये बातें शुक्रवार को वाराणसी के वाजिदपुर में आयोजित जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वाराणसी में स्वगत अभिनंदन करते हुए कही।
संस्कृति और समृद्धि का नया रूप काशी
उन्होंने कहा कि पवित्र सावन माह में बाबा विश्वनाथ की पावन धरा पर काशी को मेरी काशी के रूप में वैश्विक मान्यता देने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मैं स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। संस्कृति और समृद्धि का नया रूप काशी ही नहीं देश और प्रदेश के अंदर देखने को मिल रहा है। आज पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को नयी पहचान और सम्मान मिल रहा है। विकास और विरासत की परंपरा की शुरुअता इसी काशी से पीएम ने 2014 से शुरू किया था। इसमें आज एक नई कड़ी जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री एक बार फिर अपनी काशी में आए हैं।
काशी विश्वनाथ धाम आज पूरी दुनिया को आकर्षित कर रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता को सम्मान दिलाने वाले वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय व्यस्तता के बावजूद काशीवासी प्रधानमंत्री की आत्मा में बसते हैं। यहां की विरासत और संस्कृति के लिए उनके मन में हमेशा चिंता और चिंतन होती है। आपने काशी विश्वनाथ धाम देखा होगा, ये आज पूरी दुनिया को आकर्षित कर रहा है। काशी के मंदिर और घाट सज रहे हैं। जी-20 के लिए भी काशी का कायाकल्प हम सबने देखा। शंघाई सहयोग परिषद की ओर से भी 2022-23 में काशी को दुनिया की सांस्कतिक राजधानी के तौर पर मान्यता मिली है। काशी आज पुरातन काया के साथ नये कलेवर में आगे बढ़ने का काम कर रही है। आज 12 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं को लेकर प्रधानमंत्री का आगमन काशी में हुआ है। बीते 9 साल में प्रधानमंत्री ने देश को नई पहचान दिलाने का कार्य किया है। 9 वर्ष की सफलता को लेकर आज प्रधानमंत्री अपनी काशी में आए हैं।
पीएम के मार्गदर्शन में यूपी को लेकर सबकी धारणा बदली है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर मोर्चे पर भारत ने नई सफलता की नई कहानी गढ़ी है। भारत के बारे में दुनिया का दृष्टिकोंण बदला है। पीएम के मार्गदर्शन में यूपी को लेकर सबकी धारणा बदली है। जिस आस्था के लिए भारत कभी तरसता था, आज उसका मूल स्वरूप काशी में देखने को मिलता है। बाबा विश्वनाथ की पावन धरा पर प्रधानमंत्री का आगमन हुआ है, ये हम सब के लिए गर्व का विषय है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, नगर विकास और ऊर्जा विभाग के मंत्री एके शर्मा, केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र दयालू, सांसद और विधायकगण मौजूद रहे।