वाराणसी। मोक्षदायनी गंगा नदी व उसके तटों पर बसे तीर्थों के कायाकल्प का मार्ग प्रशस्त कर रही योगी सरकार श्रद्धालुओं के लिए अब एक नई सुविधा को विस्तार देने जा रही है। दरअसल, गंगा नदी में स्नान के उपरांत श्रद्धालुओं को कपड़े बदलने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े इस उद्देश्य से वाराणसी में सफल रहे फ्लोटिंग चेंजिंग रूम के दशाश्वमेध मॉडल को अब वृहद स्तर पर लागू किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को काशी के 6 घाटों पर फ्लोटिंग जेटी पर चेंजिंग रूम के निर्माण का शिलान्यास करेंगे। गौरतलब है कि वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर पहले ही पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत फ्लोटिंग चेंजिंग रूम का संचालन किया जा रहा है जिसे जून 2023 से अभी तक 4 लाख लोग इस्तेमाल कर चुके हैं। इसी सफलता को देखते हुए अब अन्य प्रमुख घाटों पर भी फ्लोटिंग चेंजिंग रूम उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की जा रही है।
नहीं करना होगा असहज स्थिति का सामना
काशी के घाटों पर गंगा स्नान करने के बाद महिलाओं और पुरुषों कपडा बदलने में असहज़ महसूस करते थे। घाटों पर जगह नहीं होने की बाधा दूर करने के लिए इसे पानी में बनाया जा रहा है जिससे दूर -दूर से से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी सामना न करना पड़े। दशाश्वमेध घाट पर पायलट प्रोजेक्ट में बने फ्लोटिंग चेंजिंग रूम में जून 2023 से अभी तक 4 लाख लोग इस्तमाल कर चुके है। इसकी जन उपयोगिता को देखते हुए और फ्लोटिंग जेटी चेंजिंग रूम का निर्माण कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री दशाश्वमेध घाट पर बने फ्लोटिंग चेंजिंग रूम का उद्घाटन भी करेंगे।
पूर्व की सरकारों ने नहीं दिया ध्यान
गंगा में स्नान करने के बाद कपड़े बदलने के लिए उचित स्थान न होने से श्रद्धालु काफी परेशान होते थे। पूर्व की सरकारों ने श्रद्धालुओं के इस आवश्यकता पर ध्यान नहीं दिया । जबकि, योगी सरकार इन सभी समस्याओं के निराकरण को लेकर प्रतिबद्ध है। वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ डी वासुदेवन ने जानकारी देते हुए बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दशाश्वमेध घाट पर फ्लोटिंग जेटी चेंजिंग रूम बनाया गया था। अब 6 और घाटों पर 5.70 करोड़ की लागत से राजेंद्र प्रसाद घाट, अस्सी घाट, शिवाला घाट, राजघाट, केदार घाट और पांच गंगा घाट पर फ्लोटिंग जेटी चेंजिंग रूम बनाया जाएगा। हर फ्लोटिंग चेंजिंग रूम में 10 महिलाओं और 10 पुरषों के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम होगा।
जून से लोगों को मिल रहा लाभ
मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि स्नान करने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए दशाश्वमेध घाट पर जून में जेटी तैयार हो गई थी। रोजाना इस चेंजिंग रूम का इस्तमाल 5 हजार से अधिक श्रद्धालु कर रहे हैं। जबकि बीते गंगा दशहरा में इसका प्रयोग 55 हजार लोगों ने किया। जून से शुरू हुई इस फ्लोटिंग जेटी चेंजिंग रूम की सुविधा लगभग अब तक 4 लाख से अधिक लोग ले चुके है। ऐसे में, पायलट प्रोजेक्ट की सफलता को ध्यान में रखकर और इसकी जन उपयोगिता को देखते हुए 6 और प्रमुख घाटों पर लगाए जाने की योजना को मूर्त रूप दिया गया है।