पेरिस। फ्रांस में ट्रैफिक स्टॉप पर पुलिस द्वारा 17 साल के एक लड़के की गोली मारकर हत्या करने के मामले में देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है। अभी तक 400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सीएनएन ने गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन के हवाले से बताया कि गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक विरोध प्रदर्शन में कम से कम 421 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बीएफएमटीवी ने पेरिस पुलिस का हवाला देते हुए बताया कि उनमें से आधे से अधिक गिरफ्तारियां पेरिस क्षेत्र में हुईं।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध प्रदर्शन गुरुवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। हिंसा रोकने में मदद के लिए विशेष पुलिस बल को बोर्डो, ल्योन, रूबैक्स, मार्सेल और लिली शहरों में तैनात किया गया।
पेरिस के एक उपनगर नानटेयर में नाहेल एम. को मंगलवार को एक पुलिस अधिकारी ने गोली मार दी थी। नाहेल ने ट्रैफिक पुलिस पर रुकने से इनकार कर दिया था और गाड़ी चला कर भागने लगा, जब पुलिस ने गोली मारी।
उपनगर से प्राप्त फुटेज के अनुसार, जलते हुए मलबे के बीच, नैनटेयर में एक दीवार पर “नाहेल के लिए बदला” पेंट किया हुआ दिखाई दिया।
उपनगर में एक बैंक में भी आग लगा दी गई और लड़के की याद में आयोजित मार्च के हिंसक हो जाने के बाद पुलिस ने 15 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
इस बीच, सीएनएन ने एक रिपोर्ट में बीएफएमटीवी के हवाले से कहा कि मार्सेल में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों पर बम फेंके।
उत्तरी शहर लिली के विडीयो में सड़कों पर आग जलती हुई और दंगा करने वाले पुलिस अधिकारियों को भागते हुए देखा गया है।
क्षेत्रीय प्राधिकारी ने कहा कि लिली में अधिकारियों द्वारा प्रतिबंधित विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के बाद छह लोगों को पूछताछ के लिए ले जाया गया।
लिली में बसें और ट्रामवे रात 8 बजे के बाद बंद कर दिए गए, जबकि पेरिस के कई उपनगरों में कर्फ्यू लगा दिया गया।
गुरुवार रात से ही पेरिस के कई हिस्सों में बस और ट्राम सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
इस बीच, गृह मंत्रालय ने कहा कि उसने पेरिस में 5,000 सहित देश भर में 40,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात करने की योजना बनाई है।
फ्रांसीसी अधिकारियों ने दावा किया कि जब मंगलवार रात पहली बार दंगा भड़का तो 40 कारें जला दी गईं और झड़पों में 24 पुलिस अधिकारी घायल हो गए।
नाहेल इस साल फ्रांस में ट्रैफिक रोकने के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारा जाने वाला दूसरा व्यक्ति है।
पिछले साल इस तरह से रिकॉर्ड 13 लोगों की मौत हुई थी।