भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिक संहिता पर दो टूक बयान देते हुए कहा कि सियासी फायदे के लिए विपक्ष यूसीसी का इस्तेमाल कर रहा है। वोट बैंक की भूखी पार्टियां समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर मुसलमानों में भ्रम फैला रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लखनऊ की रीना चौरसिया से बात की। जिसमें रीना ने पीएम मोदी से सवाल पूछा कि समान नागरिक संहिता को लेकर विपक्षी दल मुस्लिम समुदाय को भ्रमित कर रहे हैं। हम मुस्लिम समुदाय को कैसे समझाएं?
इस पर पीएम मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को जवाब दिया और कहा कि तथ्यों के आधार पर बात करें। उन्होंने कहा कि आज यूसीसी के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है। देश दो कानूनों पर कैसे चल सकता है? संविधान भी समान अधिकारों की बात करता है सुप्रीम कोर्ट ने भी यूसीसी लागू करने को कहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कहता है कि यूसीसी लागू करो। लेकिन, वोट बैंक के भूखे ये लोग नहीं चाहते हैं। इसके नाम पर लोगों को भड़काने का काम किया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर एक परिवार में सदस्यों के लिए अलग-अलग व्यवस्था हो तो परिवार नहीं चल सकता। ऐसे ही एक देश में लोगों के लिए अलग-अलग कानून कैसे हो सकता है?
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से मुसलमानों के पास तथ्यों के साथ जाने और उन्हें समझाने की अपील की। मोदी ने कहा कि इसी तरह तीन तलाक को भी खत्म नहीं किया गया था। मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय किया जा रहा था। इससे मुस्लिम परिवार पूरे तबाह हो जाते हैं। लेकिन, वोट बैंक के लिए न्याय नहीं किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल देश भी तीन तलाक लागू नहीं करते हैं। मुस्लिम बहुल देशों में भी तीन तलाक बंद कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने पसमांदा मुसलमानों के साथ अन्याय तो किया ही है, उनका शोषण भी किया है। पसमांदा मुसलमानों को बराबरी का हक नहीं मिलता है। उन्हें नीचा समझा जाता है। यही कारण है कि ये समाज अभी भी बहुत पिछड़ा हुआ है। भाजपा देश के हर नागरिक के विकास के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना के साथ काम कर रही है।