लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि देश आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। जमीन से लेकर आसमान तक हर क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है। हमने इस बात को भलीभांति समझा है कि लगातार तेजी से बदलती दुनिया में आत्मनिर्भरता हमारे लिए कोई ऑप्शन नहीं, बल्कि यह एक जरूरत है। हम अपनी सीमाओं पर दोहरे खतरे का सामना करने के साथ-साथ युद्ध के नए पैमाने का सामना कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री तीन दिवसीय लखनऊ दौरे पर है। दूसरे दिन उन्होंने कैंट में सूर्या क्लब में आयोजित आत्मनिर्भर भारत के कार्यक्रम को संबोधित किया। सेना के पूर्व अधिकारियों और उनके परिवार के लोगों से भेंट किया। सूर्या क्लब में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा किसी भी राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सेना सबसे महत्वपूर्ण अंग होती है। एक सशक्त सेना के बगैर आप न तो अपने राष्ट्र की सीमा की सुरक्षा कर सकते हैं, और न ही अपनी सभ्यता-संस्कृति की। कारगिल वार का उदाहरण लीजिए। जिस समय हमारी सेनाओं को साजो-सामान की सख्त जरूरत हुई, उस समय वे देश हमें शांति का पाठ पढ़ाने लगे, जो हमें हथियार सप्लाई करते आ रहे थे। कहने का मतलब कब कोई देश जरूरत के समय पीठ दिखा दे, कोई भरोसा नहीं है। इसलिए अपने आप को मजबूत करने के अलावा हमारे पास कोई दूसरा विकल्प ही नहीं है। उन्होंने कहा कि देश अपने अमृत काल में प्रवेश कर चुका है। 2047 तक हम एक विकसित भारत के निर्माण के साथ तो आगे बढ़ ही रहे हैं। लेकिन, मेरा मानना है कि 2047 तक हम जिस विकसित भारत का सपना देख रहे हैं, वह सिर्फ आर्थिक रूप से ही शक्तिशाली ना हो, बल्कि हमारा विकसित भारत सैन्य क्षेत्र में भी पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो। मुझे पूरा विश्वास है कि हम सब आपस में मिलकर अगर इसी तरह से काम करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब भारत रक्षा क्षेत्र में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएगा।