इंफाल। मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर से उग्र भीड़ ने पुलिस शस्त्रागार पर हमला कर दिया है। इतना ही पुलिस के ऊपर फायरिंग की भी खबर सामने आ रही है। पुलिस और सेना के सूत्रों ने बताया कि संघर्षग्रस्त मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के क्वाकटा और चुराचांदपुर जिले के कांगवई से कल रात स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की गई और आज सुबह तक रुक-रुक कर गोलीबारी की खबरें आ रही हैं। उग्र भीड़ ने पुलिस शस्त्रागार में जमकर तोड़फोड़ की और आगजनी की कई घटनाओं को अंजाम दिया।
पुलिस और सेना के सूत्रों ने बताया कि एडवांस अस्पताल के पास पैलेस कंपाउंड में आगजनी की कोशिश की गई। कल शाम लगभग 1,000 की भीड़ इकट्ठी हुई और आगजनी और तोड़फोड़ का प्रयास किया। आरएएफ ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और रबड़ की गोलियां चलाईं, जिसमें दो नागरिक घायल हो गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मणिपुर विश्वविद्यालय के पास भी भीड़ जमा होने की सूचना मिली थी। रात 10 बजकर 40 मिनट पर थोंगजू के पास 200 से 300 लोग जमा हो गए और स्थानीय विधायक के आवास पर तोड़फोड़ करने का प्रयास किया। आरएएफ के एक स्तंभ ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
कल रात एक अन्य भीड़ ने इंफाल पश्चिम जिले के इरिंगबाम पुलिस स्टेशन के शस्त्रागार में तोड़फोड़ करने का भी प्रयास किया। रात 11 बजकर 40 मिनट पर 300 से 400 लोगों ने थाने में तोड़फोड़ की कोशिश की। आरएएफ ने भीड़ को तितर-बितर किया। सेना के सूत्रों के अनुसार, 200 से 300 लोगों की भीड़ ने सिंजेमाई में आधी रात के बाद भाजपा कार्यालय को घेर लिया और सेना के एक दस्ते ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
मणिपुर में गुरुवार की रात केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन के घर पर पेट्रोल बम से हमला किया गया। केंद्रीय मंत्री का घर पूरी तरह से जल गया। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह ने कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से फेल हो गई है। उन्हें ये नहीं समझ आ रहा है कि उन्हें क्यों टारगेट किया गया।