गाजियाबाद : गाजियाबाद में जैन परिवार के नाबालिग लड़के का धर्म परिवर्तन का मामला सामने आने के बाद सनसनी फ़ैल गई है। गाजियाबाद में जैन परिवार के नाबालिग लड़के का धर्म परिवर्तन मामले का मुख्य आरोपी शाहनवाज खान उर्फ बद्दो की तलाश जारी है। दरअसल, यहां एक नाबालिग बच्चा घर से पांच बार जिम के नाम पर निकलता था और मस्जिद में नमाज पढ़ने जाता था। न्यूज़18 के अनुसार, गैजेट्स की जांच से पता चला है कि वह मुंबई के एक व्यक्ति के संपर्क में आया था। इसके बाद वह जाकिर नाइक से भी प्रभावित था। किशोर ने अपने पिता से इस्लाम धर्म अपनाने की बात कबूल किया है। पिता ने मामले में मस्जिद के मौलवी और मुंबई के व्यक्ति पर उप्र विधि-विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2021 के तहत थाना कविनगर में मंगलवार को केस दर्ज कराई है।
जांच से पता चला है कि वह मुंबई के एक व्यक्ति के संपर्क में आया था। इसके बाद वह जाकिर नाइक से भी प्रभावित था। रैकेट का भंडाफोड़ 30 मई को हुआ जब एक किशोर के पिता ने गाजियाबाद पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसके बच्चे ने अचानक दिन में पांच बार नमाज पढ़ना शुरू कर दिया है। वहीं, जब बच्चे को पता चला तो वह भड़क गया और कहा कि वह घर छोड़ देगा और जिस मौलवी के संपर्क में रहेगा उसके साथ रहेगा।
पुलिस के मुताबिक, खान उन बच्चों को चुनता था जो ऑनलाइन गेम और सोशल मीडिया पर काफी समय बिताते थे। इन बच्चों को तब बताया गया था कि अगर वे कुरान की आयतें पढ़ेंगे, तो अल्लाह उन्हें खेल जीतने में मदद करेगा। हालांकि सर्वर ज्यादातर उनके द्वारा नियंत्रित होते थे, इसलिए वे यह सुनिश्चित करते थे कि ये बच्चे ही गेम में जीतें। इससे उन बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता था।
इसके बाद बच्चों को सोशल मीडिया वेबसाइट डिस्कॉर्ड पर विशिष्ट सर्वर से जुड़ने के लिए कहा गया। एक बार जब बच्चों ने ज्वाइन कर लिया तो उन्हें वीडियो और ऑडियो दिखाए गए कि कैसे इस्लाम दुनिया का सबसे अच्छा धर्म है। फिर उन्हें एक स्थानीय मौलवी से जोड़ा गया। यह मौलवी तब बिंदु व्यक्ति बन गया जो बच्चों को नमाज़ के समय के बारे में बताता और उन्हें नमाज़ अदा करने का तरीका सिखाता।
चैट्स के मुताबिक, नमाज के लिए कोड वर्ड ‘जिम टाइम’ था। कुछ चैट्स में यह बात सामने आई है कि अगर बच्चे नमाज़ पढ़ना भूल जाते हैं या नमाज़ नहीं पढ़ते हैं, तो उन्हें डांटा जाता है और धमकी दी जाती है कि ‘अल्लाह नाराज हो जाएंगे।’
कुरान की आयतों के कुछ लिंक के साथ टीवी प्रचारक ज़ाकिर नाइक के वीडियो भी शेयर किए गए। एक बार जब बच्चे प्रभावित हो गए तो उन्हें मस्जिद में नमाज के लिए जाने के लिए कहा गया। केंद्रीय एजेंसियों ने भी जांच में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी है, लेकिन अब तक प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज नहीं की गई है।