(शाश्वत तिवारी) : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय यात्रा पर रविवार को सूरीनाम पहुंचीं। सूरीनाम के प्रोटोकॉल प्रमुख और सूरीनाम में भारत के राजदूत ने उनका स्वागत किया। उनकी यात्रा का मकसद दक्षिण अमेरिकी देश के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाना है। पिछले साल जुलाई में पदभार ग्रहण करने के बाद मुर्मू की यह पहली विदेश यात्रा है।
सूरीनाम की यात्रा के बाद वह सर्बिया का दौरा करेंगी। राष्ट्रपति के साथ उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और सांसद रमा देवी के साथ-साथ एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल भी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति के रूप में अपनी पहली विदेश यात्रा पर सूरीनाम के पारामारिबो पहुंचीं। सूरीनाम के राष्ट्रपति सी संतोखी ने हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मू सूरीनाम में शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत करेंगी और प्रवासी भारतीयों के एक वर्ग से भी मिलेंगी।
भारत से सूरीनाम की आखिरी राष्ट्रपति यात्रा 2018 में हुई थी। भारत, सूरीनाम के संबंध मैत्रीपूर्ण हैं और भारतीय डायस्पोरा के कारण विशेष महत्व रखते हैं, जो सूरीनाम की आबादी का 27 प्रतिशत से अधिक है। अपने दौरे के दूसरे चरण में राष्ट्रपति मुर्मू सात जून से सर्बिया की राजकीय यात्रा पर होंगी। सर्बिया में, मुर्मू राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वूसिक के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी और प्रधानमंत्री एना ब्रनाबिक और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष व्लादिमीर ओरलिक से मिलेंगी। राष्ट्रपति एक कारोबारी कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगी और भारतीय समुदाय से बातचीत करेंगी।