- सीएम योगी ने नए संसद भवन के उद्घाटन को बताया ऐतिहासिक क्षण
- कहा, नए भारत की आशाओं और अपेक्षाओं की पूर्ति का प्रतीक है नया संसद भवन
- पवित्र ‘सेंगोल’ भारत के न्याय, निष्पक्षता, संप्रभुता और सामर्थ्य का प्रतीक : योगी
लखनऊ, 28 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का नया स्वर्णिम अध्याय बताया है। उन्होंने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि नया संसद भवन नए भारत की आशाओं, अपेक्षाओं की पूर्ति का प्रतीक है। सीएम ने पवित्र सेंगोल को भारत के न्याय, निष्पक्षता, संप्रभुता और सामर्थ्य का प्रतीक बताया। योगी आदित्यनाथ रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने नई दिल्ली में मौजूद रहे।
अपने ट्विटर हैंडल पर सीएम योगी ने लिखा है, ”ऐतिहासिक क्षण! ‘नए भारत’ की आशाओं, अपेक्षाओं और अभिलाषाओं की पूर्ति का प्रतीक, वैभवशाली, गौरवशाली व प्रेरणादायी नए संसद भवन को आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया है। सभी देश वासियों को हार्दिक बधाई।” सीएम ने पवित्र ‘सेंगोल’ को भारत के न्याय, निष्पक्षता, संप्रभुता और सामर्थ्य का प्रतीक बताते हुए आगे लिखा है, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज नए संसद भवन में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पावन ‘सेंगोल’ की स्थापना भारत की सांस्कृतिक धरोहरों तथा उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सभी देश वासियों के आदर और विश्वास की समेकित अभिव्यक्ति है। आजादी के अमृत काल में, भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जोड़ता यह राष्ट्रीय कार्य ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के भाव को और अधिक संवर्धित करेगा।”
सीएम योगी ने नए संसद भवन के निर्माण में योगदान देने वाले श्रमजीवीगणों के सम्मान को लोकतंत्र में ‘लोक’ की सर्वोच्चता का उद्घोष और ‘श्रमेव जयते’ भाव के प्रति आदर व विश्वास का प्रतीक बताया है। मुख्यमंत्री ने सभी श्रमजीवियों का इसके लिए हार्दिक अभिनंदन किया है।