नई दिल्ली। कांग्रेस ने 30 मई को अपनी सरकार के नौ साल पूरे करने से पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नौ सवाल पूछे। पार्टी ने अर्थव्यवस्था, भ्रष्टाचार, चीन-सीमा विवाद, कोविड प्रबंधन और सामाजिक न्याय सहित विभिन्न विषयों पर प्रश्नों को सूचीबद्ध करते हुए ‘9 साल 9 सवाल’ शीर्षक वाला दस्तावेज जारी किया। कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा,मोदी नौ साल पहले प्रधानमंत्री बने थे। हम प्रधानमंत्री से नौ सवाल पूछ रहे हैं। राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मोदी से ये नौ सवाल किए थे। चूंकि उन्होंने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया, इसलिए हमें ये सवाल फिर से उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। हम चाहते हैं कि पीएम अपनी चुप्पी तोड़ें। ह्व
यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद रमेश ने कहा कि पहला सवाल अर्थव्यवस्था से जुड़ा है।
हम सभी जानते हैं कि लोग मुद्रास्फीति, जीएसटी के गलत कार्यान्वयन, पहली और दूसरी नोटबंदी से आहत हैं। इसलिए, हम प्रधानमंत्री से पूछना चाहते हैं कि ऐसा क्यों है कि मुद्रास्फीति और बेरोजगारी बढ़ रही है, अमीर और अमीर और गरीब अधिक गरीब क्यों होते जा रहे हैं और और सार्वजनिक उपक्रमों को क्यों बेचा जा रहा है।
रमेश ने किसानों और कृषि के मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए कहा, ऐसा क्यों है कि पिछले नौ वर्षों में किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई है और तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के दौरान एमएसपी लागू करने का किया गया वादा पूरा नहीं किया गया।
रमेश ने भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के मुद्दे पर भी सरकार पर निशाना साधा और कहा, आप अपने दोस्त अदानी को लाभ पहुंचाने के लिए एलआईसी और एसबीआई में लोगों की गाढ़ी कमाई को जोखिम में क्यों डाल रहे हैं? आप चोरों को भागने क्यों दे रहे हैं? आप चुप क्यों हैं? बीजेपी शासित राज्यों में भ्रष्टाचार क्यों होने दे रहे हैं?
कांग्रेस नेता ने चीन के साथ सीमा विवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी सरकार पर निशाना साधा और कहा, ऐसा क्यों है कि 2020 में चीन को आपकी क्लीन चिट के बाद भी, वे भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करना जारी रखते हैं? चीन के साथ 18 बैठकें हो चुकी हैं, फिर भी वे भारतीय क्षेत्र को छोड़ने से इनकार क्यों करते हैं, इसके बजाय आक्रामक रणनीति जारी रखते हैं?
रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जून 2020 में चीन को क्लीन चिट देने से भारत की स्थिति खराब हुई है।
उन्होंने सामाजिक सद्भाव में व्यवधान को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लिया और पूछा, आप जानबूझकर चुनावी लाभ के लिए नफरत की राजनीति का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं और समाज में भय का माहौल क्यों पैदा कर रहे हैं?
सरकार पर छठा हमला करते हुए उन्होंने कहा, ऐसा क्यों है कि आपकी दमनकारी सरकार सामाजिक न्याय की नींव को व्यवस्थित रूप से नष्ट कर रही है?
कांग्रेस नेता ने कहा, आप महिलाओं, दलितों, एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार पर चुप क्यों हैं? आप कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की मांग के बावजूद जातिगत जनगणना की अनदेखी क्यों कर रहे हैं।
लोकतंत्र और संघवाद के मुद्दे पर रमेश ने कहा, ‘इसने पिछले नौ साल में संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर क्यों किया?’
उन्होंने पूछा, आप विपक्षी दलों और नेताओं के खिलाफ बदले की राजनीति क्यों कर रहे हैं? और आप लोगों द्वारा चुनी गई सरकारों को अस्थिर करने के लिए खुले धन बल का उपयोग क्यों कर रहे हैं?
रमेश ने कहा कि सभी संस्थानों का अवमूल्यन किया गया है, सभी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया है और न्यायपालिका का सामना करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कल्याणकारी योजनाओं के बजट में कटौती पर भी सवाल उठाया और कहा, ऐसा क्यों है कि गरीबों, जरूरतमंदों और आदिवासियों के कल्याण की योजनाओं को उनके बजट में कटौती और प्रतिबंधात्मक नियम बनाकर कमजोर किया जा रहा है?
कांग्रेस ने कोविड महामारी के दौरान कुप्रबंधन पर भी प्रकाश डाला और कहा, ऐसा क्यों है कि कोविड-19 के कारण 40 लाख से अधिक लोगों की दुखद मौत के बावजूद, मोदी सरकार ने उनके परिवारों को मुआवजा देने से इनकार कर दिया है? इसने अचानक लॉकडाउन क्यों लगाया? जिसने लाखों श्रमिकों को घर लौटने के लिए मजबूर किया, और कोई सहायता नहीं दी।
रमेश ने यह भी कहा कि नौ साल में भाजपा सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए पार्टी 35 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।
इस बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को लोगों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने जो भी वादे किए वे काल्पनिक थे और लोगों के जीवन में वास्तविकता से कोई संबंध नहीं था।