लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार और कोरिया गणराज्य के ग्योंगसांगबुक-डो प्रांत के बीच सोमवार को समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया। एमओयू के अंतर्गत दोनों प्रांतों में प्रगति एवं विकास के लिए शैक्षिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
कोरिया गणराज्य (दक्षिण कोरिया) के ग्योंगसांगबुक-डो प्रांत के राज्यपाल ली चेओलवू के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल एमओयू पर हस्ताक्षर करने के लिए उत्तर प्रदेश पहुंच। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में एमओयू हस्ताक्षर समारोह आयोजित किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, मनोज कुमार सिंह तथा ग्योंगसांगबुक-डो प्रांत के महानिदेशक, ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक एंड इंडस्ट्रियल अफेयर, ली यंगसेओक द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सहभागिता के महत्व और दोनों क्षेत्रों के बीच विकास और सहयोग के नए द्वार खोलने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज हस्ताक्षरित एमओयू दक्षिण कोरिया के ग्योंगसांगबुक-डो प्रांत तथा उत्तर प्रदेश के बीच द्विपक्षीय सहयोग में वृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता के आदान-प्रदान और आपसी निवेश को बढ़ावा देने से ग्योंगसांगबुक-डो प्रांत और उत्तर प्रदेश की समृद्धि और प्रगति में योगदान मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने दक्षिण कोरिया के मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों देशों के स्वतंत्रता दिवस की तिथियां एक है। आज भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत और दक्षिण कोरिया दोनों देश जी-20 के सदस्य हैं। दोनों देशों के रिश्ते शताब्दियों पुराने हैं। दो हजार वर्ष पूर्व अयोध्या की राजकुमारी श्रीरत्ना ने जल मार्ग से दक्षिण कोरिया की यात्रा की थी। उन्होंने जिमगवांन के राजा सुरो से विवाह किया था, जिसके बाद उन्हें हियो हवांग ओक के नाम से जाना गया। जिमगवांन साम्राज्य का प्रतीक जुड़वा मछली है, जो आयोध्या सहित उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र में कई ऐतिहासिक स्मारकों में पाया जाता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 6 नवम्बर 2018 को दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सूक के साथ उन्होंने अयोध्या में क्वीन हो मेमोरियल पार्क का शिलान्यास किया गया था। आज इसका निर्माण पूरा हो चुका है। अयोध्या और कोरिया का गिम्हे शहर सिस्टर सिटी है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र संघ में दिये भाषण का उल्लेख करते हुए कहा जहां दुनिया के कई देश विश्व मानवता को युद्ध देने का काम किया है, वहीं भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया है। दुनिया के बौद्ध अनुयायी भारत से अगाध श्रद्धा रखते हैं। भगवान बुद्ध से जुड़े सभी महत्वपूर्ण स्थान उत्तर प्रदेश में हैं। गौतम बुद्ध ने अपने जीवन का दो तिहाई हिस्सा यहीं गुजारा। सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर, कपिलवस्तु, संकिसा, कौशाम्बी यहीं यूपी में हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बौद्ध सर्किट के अंतर्गत कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू हो चुका है। इस क्षेत्र में निवेश और रोजगार के अवसर बढ़े हैं। जल्दी ही श्रावस्ती को वायु सेवा से जोड़ दिया जाएगा।
कुशीनगर में कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का निर्माण हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया की नामी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी सैमसंग और एलजी जैसे बड़े उद्योग का जन्म दक्षिण कोरिया के जीबी प्रॉविंस में माना जाता है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश 250 मिलियन की जनसंख्या के साथ सबसे बड़ा उपभोक्ता का केंद्र है। यह गंगा के उपजाऊ मैदानऔर प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण भूमि है।आज यूपी वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश आयुर्वेद, योग, नैचुरोपैथी की जन्मभूमि है। आज यूपी में फार्म सेक्टर में बड़ा हब बनने जारहा है। उत्तर प्रदेश में अलग अलग सेक्टर में निवेश की अनंत संभावनाए हैं।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए ग्योंगसांगबुक-डो प्रांत के राज्यपाल ली चेओलवू ने स्वागत व आथित्य के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया तथा ग्योंगसांगबुक-डो और उत्तर प्रदेश के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र मुख्य रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में दक्षिण कोरियाई मेहमानों के सम्मान में मुख्यमंत्री ने रात्रिभोज का आयोजन किया।
एमओयू की मुख्य विशेषताएं
- – उत्तर प्रदेश के छात्रों को ग्योंगसांगबुक-डो में स्थित विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना।
- – ग्योंगसांगबुक-डो में स्थित कंपनियों में उत्तर प्रदेश से कार्यबल बढ़ाने के लिए सहायता प्रदान करना।
- – ग्योंगसांगबुक-डो में कंपनियों द्वारा नियोजित किए जाने वाले संभावित उत्तर प्रदेश कार्यबल के लिए कोरियाई भाषा की शिक्षा को बढ़ावा देना।
- – उत्तर प्रदेश में वेलनेस सेंटर के निर्माण के लिए सहयोग और संबंधित भारतीय कंपनियों को ग्योंगसांगबुक-डो में प्रवेश की सुविधा प्रदान करना।
- – उत्तर प्रदेश प्रशासन की सहायता से नोएडा, उत्तर प्रदेश में द्विवार्षिक ग्योंगसांगबुक-डो मेला (जीबी-मेला) शुरू करना।
- – विभिन्न औद्योगिक सेक्टर्स में व्यापारिक आदान-प्रदान एवं निवेश के लिए पारस्परिक समर्थन की सुविधा।
- – सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से दोनों क्षेत्रों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को प्रोत्साहित करना।