प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 मई 2023 को जापान के हिरोशिमा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। अनावरण समारोह के दौरान उपस्थित गणमान्य लोगों में प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार और सांसद महामहिम श्री नकातानी जेन, हिरोशिमा शहर के मेयर श्री कासुमी मत्सुई; हिरोशिमा सिटी असेम्बली के अध्यक्ष श्री ततसुनोरी मोतानी, हिरोशिमा के सांसद और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, भारतीय समुदाय के सदस्य और जापान में महात्मा गांधी के अनुयायी शामिल थे।
19 से 21 मई तक होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन के संबंध में प्रधानमंत्री की जापान यात्रा के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा भारत और जापान के बीच दोस्ती और सद्भावना के प्रतीक के रूप में हिरोशिमा शहर को भेंट की गई है।
पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित राम वनजी सुतार ने 42 इंच लंबी कांस्य प्रतिमा को तैयार किया है। मोतोयासु नदी से सटा यह स्थल प्रतिष्ठित ए-बम डोम के करीब है, जिसे देखने के लिए रोजाना हजारों स्थानीय लोग और पर्यटक समान रूप से आते हैं।
इस स्थान को शांति और अहिंसा के लिए एकजुटता के प्रतीक के रूप में चुना गया है। महात्मा गांधी ने अपना जीवन शांति और अहिंसा के लिए समर्पित कर दिया। यह स्थान वास्तव में गांधीजी के सिद्धांतों और जीवन के साथ प्रतिध्वनित होता है, जो दुनिया और नेताओं को प्रेरित करता है।
आपको बता दें कि महात्मा गांधी अकेले ऐसे महापुरुष हैं, जिनकी मूर्तियां भारत के अलावा पाकिस्तान, चीन, ब्रिटेन, अमेरिका , अफ्रीकी देशों और जर्मनी सहित 84 देशों में लगी हुई हैं। अकेले अमेरिका में ही बापू की 8 मूर्तियां लगी हैं।
स्टेच्यू दी गांधी, जिनेवा, स्विट्जरलैंड – स्विट्जरलैंड के जिनेवा में एरियाना पार्क में महात्मा गांधी की मूर्ति स्थापित है। गांधीजी की किताब पढ़ते हुए ये मूर्ति दुनियाभर में प्रसिद्ध है। बता दें कि इस प्रतिमा का निर्माण भारत स्विस मित्रता की 60वां वर्षगांठ के मौके पर किया गया था।
स्टैच्यू ऑफ महात्मा गांधी, लंदन, यूके – लंदन के वेस्टमिंस्टर के पार्लियामेंट स्क्वायर में बापू की प्रतिमा स्थापित है। खड़ी हुई इस प्रतिमा को प्रसिद्ध मूर्तिकार फिलिप जैक्सन ने बनाया है। 9 फीट ऊंची यह प्रतिमा ब्रांज की बनी है। असल में यह गांधी की एक तस्वीर से प्रेरित है।
महात्मा गांधी स्टैच्यू, पारामारिबो, सूरीनाम – गांधी की प्रतिमा दक्षिण अमेरिकी देश की राजधानी सूरीनाम में बहुत मशहूर है। यहां के लोग महात्मा गांधी को आज भी बहुत मानते हैं। इसके पीछे कारण यह है कि गांधीजी ने देश में श्रम प्रथाओं को खत्म करने का अनुरोध किया था।
महात्मा गांधी स्टैच्यू, मैड्रिड, स्पेन : बापू की इस प्रतिमा का उद्घाटन 2 अक्टूबर 2013 को मैड्रिड में स्पेन की रानी सोफिया ने किया था। कलाकार राम सुतार की गांधी की मूर्ति भारत सरकार की तरफ से मैड्रिड को तोहफे के रूप में दी गई थी।
महात्मा गांधी मेमोरियल, वॉशिंगटन डीसी , यूएसए – छड़ी के साथ चलने की मुद्रा में गांधीजी की यह खूबसूरत प्रतिमा आपने कई बार देखी होगी। ये प्रतिमा अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में स्थापित है। दरअसल, इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन की ओर से अमेरिका के लिए तोहफा थी। 16 सितंबर 2000 में जब अटल बिहारी वाजपेयी अमेरिका की यात्रा पर गए थे, तब यह प्रतिमा अमेरिका को उपहार के तौर पर दी गई थी। आप इस प्रतिमा को मैसाचुसेट्स एवेन्यू पर इंडियन एम्बेसी के ठीक सामने देख सकते हैं।
महात्मा गांधी स्टैच्यू, न्यू यॉर्क, यूएसए – न्यूयॉर्क के मैन्हैटन में यूनियन स्क्वायर पर महात्मा गांधी की बड़ी मूर्ति लगी है। 8 फीट ऊंची इस ब्रॉन्ज स्टैच्यू को कांतिलाल बी पटेल ने बनाया था।
एमके गांधी, जोहान्सबर्ग – महात्मा गांधी की ब्रॉन्ज से बनी प्रतिमा गांधी चौक, जोहान्सबर्ग में स्थित है। इस प्रतिमा में एक युवा के रूप में अहिंसा के भारतीय नायक को दर्शाया गया है। प्रतिमा का उद़घाटन 2 अक्टूबर 2003 को जोहान्सबर्ग के मेयर ने किया था।
इसके अलावा श्रीलंका, कनाडा, इटली, ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया में भी महात्मा गांधी की दो दो प्रतिमाएं स्थापित हैं। यहां बापू आज भी सत्य और अहिंसा के प्रतीक बने हुए हैं।