नई दिल्ली। आयकर विभाग ने सोमवार को कहा कि उसने हाल ही में उत्तर बंगाल से संचालित एक कारोबारी समूह की तलाशी ली और जब्ती की कार्रवाई की, जिसमें लगभग 100 करोड़ रुपये की बेहिसाब नगदी प्राप्तियों का पता चला। इस ऑपरेशन में 1.73 करोड़ रुपये की बेहिसाब नगदी और एक करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण भी जब्त किए गए।
सूत्रों के मुताबिक, कारोबारी समूह को सक्रिय राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
एक आयकर अधिकारी ने कहा, “उनके करीबी व्यापारिक सहयोगी के परिसरों पर भी तलाशी ली गई। यह समूह विभिन्न प्रकार के व्यवसायों में लगा हुआ है, जिसमें धान की भूसी का तेल, सरसों का तेल, डी-ऑयल्ड राइस ब्रान (डीओआरबी), विभिन्न प्रकार के उत्पादन और बिक्री शामिल है।”
आयकर विभाग ने कहा कि पश्चिम बंगाल में उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, कोलकाता, सिलीगुड़ी और असम में गुवाहाटी व इसके आसपास के क्षेत्रों में फैले कुल 23 परिसरों को कवर किया गया।
तलाशी कार्रवाई से पता चला कि समूह अपनी उपज को दबा रहा था और खाद्य तेल और डीओआरबी की बेहिसाब नकदी बिक्री कर रहा था। तलाशी अभियान के दौरान नगद लेन-देन के कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जो खाते की नियमित किताबों में दर्ज नहीं हैं।
हस्तलिखित नोट, दस्तावेज और नगद लेनदेन के अर्क वाले डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं। समानांतर कैश बुक और खर्चो के फर्जी दावों का भी पता चला है। शुरुआती जांच में 40 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब आय का खुलासा हुआ है।
अधिकारी ने कहा, “उत्तर बंगाल के मालदा जिले में कृषि उत्पादों के एक प्रमुख निर्यातक मुख्य व्यवसाय समूह के करीबी व्यापारिक सहयोगी के ठिकानों पर चलाए गए तलाशी अभियान में भूमि अधिग्रहण में 17 करोड़ रुपये के नगद भुगतान के खिलाफ आपत्तिजनक दस्तावेज पाए गए।”
अधिकारी ने कहा, करीब 100 करोड़ रुपये की बेहिसाब नगदी प्राप्तियों का विवरण भी मिला है।