राघवेन्द्र प्रताप सिंह : पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के चौथे साल में प्रवेश करने के बीच भारत और चीन ने हाल ही में इस क्षेत्र के शेष मुद्दों को हल करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए यह नयी उच्च-स्तरीय सैन्य वार्ता आयोजित की थी। इस सैन्य वार्ता का 18वां दौर चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू की अगले सप्ताह होने वाली भारत यात्रा के मद्देनजर हुआ है। शांगफू शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने यहां आएंगे, जिसकी मेजबानी भारत की अध्यक्षता में की जा रही है। सैन्य वार्ता दोनों पक्षों के वरिष्ठ सेना कमांडर के बीच अंतिम दौर की बातचीत के करीब चार महीने बाद हुई है।
भारत और चीन सीमा से लगे गलवान घाटी और तवांग में सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद अब ड्रैगन ने डेमचोक व देपसांग क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। चीन की आपत्तिजनक गतिविधियों पर भारतीय सेना की पैनी नजर है। आपको बता दें कि डेमचोक और देपसांग भारत-चीन सीमा विवाद के नए पिन प्वाइंट बन गए हैं। इस बीच चीन के रक्षामंत्री के प्रस्तावित भारत दौरे से पहले दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय वें दौर की 18 सैन्य वार्ता भी संपन्न हो गई है।