मार्गन स्टैनली का मानना है कि चालू वित्त वर्ष में भारत का ग्रोथ रेट 6.2 फीसदी रह सकता है। महंगाई में भी गिरावट देखी जा रही है।
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी एक नवीनतम रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में महंगाई 5 फीसदी से नीचे रहने की संभावना है। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, निरंतर घरेलू मांग की सबसे बड़ी कुंजी कैपेक्स में तेजी है, जो अधिक रोजगार पैदा करने में मदद करेगी। मार्च में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (सीपीआई) उम्मीदों के अनुरूप था।
अर्थव्यवस्था का पूरी तरह से खुलना, कंजप्शन में सुधार, निजी क्षेत्र के कैपेक्स में वृद्धि और सरकारी खर्च में तेजी से भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 6.2 फीसदी की वृद्धि होगी, ऐसा इसकी रिपोर्ट में कहा गया है।
इसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि रेपो रेट पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की कार्रवाई पर, यह उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2023 में दरें स्थिर रहेंगी क्योंकि महंगाई 6 फीसदी के निशान से नीचे रहेगी। रिपोर्ट में कहा गया है, वास्तव में, हम उम्मीद करते हैं कि जून में समाप्त तिमाही में महंगाई 5 फीसदी से नीचे होगी और वित्त वर्ष 24 में इसके 5.5 फीसदी का पूवार्नुमान है।