(शाश्वत तिवारी) : यूक्रेन की उपविदेश मंत्री एमिन झापरोवा ने विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से मुलाकात की। पारस्परिक हित के द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा करने के अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का एक पत्र सौंपा। दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित अतिरिक्त मानवीय आपूर्ति के लिए यूक्रेन के अनुरोध को भी उनके द्वारा साझा किया गया, साथ ही इस बात पर सहमति हुई कि दोनों देशों के बीच अगला अंतर-सरकारी आयोग पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर भारत में आयोजित किया जाएगा।
यूक्रेन की उपविदेश मंत्री एमिन झापरोवा ने 10-12 अप्रैल तक नई दिल्ली का दौरा किया। अपनी भारत की पहली आधिकारिक दौरे के दौरान एमिन झापरोवा ने विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। द्विपक्षीय एजेंडे में आर्थिक, रक्षा, मानवीय सहायता और पारस्परिक हित के वैश्विक मुद्दे शामिल रहे। साथ ही यूक्रेन की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी।
भारतीय मेडिकल छात्रों के मुद्दे पर डिप्टी एफएम ने उल्लेख किया कि यूक्रेन विदेशी मेडिकल छात्रों को उनके देश के अधिवास में एकीकृत राज्य योग्यता परीक्षा देने की अनुमति देगा। यूक्रेनी उपविदेश मंत्री ने यह भी प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन में बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण भारतीय कंपनियों के लिए एक अवसर हो सकता है। सचिव (पश्चिम) ने साझा किया कि भारत ने यूक्रेन को दवाएं, चिकित्सा उपकरण प्रदान किए हैं और स्कूल बस आदि प्रदान करेगा।
यात्रा के दौरान एमिन झापरोवा ने भारत के साथ एक मजबूत और घनिष्ठ संबंध बनाने की यूक्रेन की इच्छा पर प्रकाश डाला साथ ही मनोहर पर्रिकर- रक्षा अध्ययन संस्थान का दौरा किया और विश्व मामलों की भारतीय परिषद में एक व्याख्यान भी दिया।