लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि जब 1991 में पहली बार चुनाव जीतकर राजनीति के क्षेत्र में आया तो सबसे पहले लालजी टंडन ने ही मेरे सिर पर अपना हाथ रखा और इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया। राजनीति के क्षेत्र में उनसे पुत्रवत वात्सल्य का भाब का हमेशा मिला। महाना आज राजधानी स्थित कालीचरण डिग्री कालेज परिसर में बिहार के पूर्व राज्यपाल एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता स्वर्गीय लालजी टंडन की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में बोल रहे थें।
महाना ने कहा कि टंडन जी आज हम सब के बीच नहीं हैं पर उनकी बातें और उनकी यादें हम सब लोगों को राजनीति का रास्ता दिखाने का काम करती हैं। उनके बारे में मिनटों में नहीं बल्कि घंटों में उनसे जुड़ी स्मृतियों को बताया जा सकता है। महाना ने कहा कि पार्टी के प्रति उनका समर्पण भाव बताने की आवश्यकता नहीं है। उनका कार्यकर्ताओं से कितना प्रेम व्यवहार था यह सभी को मालूम है। हमेशा कार्यकर्ताओं के हितों की चिंता करते थें। यहीं नहीं अधिकारियों से काम कैसे कराया जाता है। यह बात भी वह अच्छी तरह से जानते थें।
महाना ने कहा कि जब वह नगर विकास मंत्री थे और उनके साथ राज्य मंत्री का दायित्व निभाने का अवसर मिला था। तो उस दौर में उन्होंने गरीबों के लिए पांच रुपए रोज पर आवास की एक योजना बनवाई थी। जिस पर अधिकारियों को बड़ा आश्चर्य हुआ था। लोगों के मन में भी इस बात की कल्पना नहीं थी। पर इस योजना को मूर्त रूप देने का काम किया।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उनका समाज के प्रति समर्पण कार्यकर्ताओं और संगठन के प्रति चिंता का भाव हमेशा रहता था। मुझे याद है जब कार्यकर्ता का हर जगह निराशा मिलती थी तो वह सीधे टंडन जी के पास ही आता था और वह विपरीत परिस्थितियों में सहायता और सहयोग का काम करते थें। अगर वह किन्हीं परिस्थितियों में कार्यकर्ता को डांट देते थे तो माना जाता था कि अब उस कार्यकर्ता का काम पक्का हो जाएगा।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह पूर्व जल शक्ति महेंद्र सिंह पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी समेत कई पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थिति थें।