लखनऊ। इस बार लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस बाहर के नेताओं को भी प्रचार में लगाने का मन बना रही है। इसकी तैयारी पहले से शुरू हो गयी है। अभी से छत्तीसगढ़ के नेताओं का यूपी में जगह-जगह कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए आने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिससे वे जमीनी हकीकत से अभी से रूबरू हो सकें और चुनाव के समय सक्रियता से प्रचार की नीति बना सकें।
उप्र में बीते विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने तीन सौ से अधिक नेताओं को छत्तीसगढ़ से बुलाया था। अधिकांश जिलों में छत्तीसगढ़ के नेता घर-घर जाकर प्रचार करने और नुक्कड़ सभाओं को करने का काम कर रहे थे। वहीं मध्य प्रदेश के नेता भी आकर प्रचार में जुटे थे। इसके बावजूद इसका असर मतदाताओं में देखने को नहीं मिला था। कांग्रेस विधानसभा में सात सीटों से घटकर दो सीटों तक सिमट गयी।
उप्र में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगाया गया है। अभी एक सप्ताह पूर्व उन्होंने लखनऊ में प्रेसवार्ता भी की थी। उनकी गतिविधियां यहां पहले भी रही हैं। आने वाले दिनों में उनकी यूपी यात्रा और बढ़ाई जाएगी। वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ में मंत्री राजेश तिवारी भी भूपेश बघेल के साथ रहे। उसके बाद छत्तीसगढ़ चले गये। पुन: सोमवार को वह एक बार फिर उप्र के सुलतानपुर में कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रहे हैं। मंगलवार को उनका कार्यक्रम अमेठी में लगा हुआ है। वहां पर वे तीन बैठकें करेंगे और जिले की जनता का मन टटोलेंगे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी 10 अप्रैल तक ज्ञानपुर, भदोही, प्रयागराज, प्रतापगढ़, रायबरेली आदि जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ ही उनका मन टटोलने का काम भी करेंगे। हर जगह उनकी बैठक कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ तय की गयी है।