लखनऊ। यूपी में अब भी 75 लाख उपभोक्ता मुफ्त की बिजली जला रहे हैं। इन उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल जमा ही नहीं किया। पावर कारपोरेशन प्रबंधन इन्हें नेवर पेड उपभोक्ता की सूची में शामिल करते हुए इनसे बिजली बिल वसूलने की जद्दोजहद कर रहा है।
जनवरी 2022 में एक करोड़ से अधिक थी यह संख्या
जनवरी 2022 में कभी बिजली बिल नहीं भरने वाले उपभोक्ताओं की तादाद राज्य में एक करोड़ से अधिक थी। उस समय प्रबंधन ने लक्ष्य निर्धारित किया था कि 31 मार्च 2023 तक इन सभी उपभोक्ताओं से बिल जमा कराया जाएगा। तमाम अभियानों के बावजूद इसमें महज 25 फीसदी ही सफलता हाथ लगी है। 25 लाख ऐसे उपभोक्ताओं ने बिजली बिल भरना शुरू कर दिया है।
इस अवधि में 15 लाख नये उपभोक्ता भी बढ़े
जनवरी 2022 से अब तक बिजली के करीब 15 लाख नए उपभोक्ता बढ़े हैं जिसके बाद मौजूदा समय में कुल उपभोक्ताओं की संख्या 3.26 करोड़ है। इस लिहाज से देखा जाए तो अब भी करीब 30 फीसदी उपभोक्ता बिजली उपभोग की मुफ्तखोरी कर रहे हैं।
कुल घाटे का 40 फीसदी फंसा है ऐसे उपभोक्ताओं के पास
पावर कारपोरेशन के आंकड़ें बता रहे हैं कि बिजली की खरीद, कार्मिकों के वेतन व अन्य खर्च, राजस्व वसूली आदि के जोड़ घटाव के बाद भी कारपोरेशन को हर महीने करीब 1366 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। यदि नेवर पेड उपभोक्ता बिल जमा करने लगें तो कुल घाटा सीधे 40 फीसदी कम हो जाएगा। हर महीने के घाटे का ग्राफ भी न्यूनतम पर आ जाएगा।