नाएप्यीडॉ। म्यांमार में सेना ने एक बौद्ध मठ पर हमला कर गोलियों की बौछार कर दी। इस गोलीबारी में तीस लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में कई बौद्ध भिक्षु भी शामिल हैं। यह हमला म्यांमार के शान राज्य के एक गांव में किया गया। म्यांमार के विद्रोही संगठन कारेन्नी नेशनलिस्ट डिफेंस फोर्स ने यह जानकारी दी।
कारेन्नी नेशनलिस्ट डिफेंस फोर्स ने कहा है कि हमले में म्यांमार की थल सेना के साथ वायु सेना भी शामिल थी। सेना के हमले से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग भाग कर गांव में स्थित बौद्ध मठ में छिप गए। सेना ने इन लोगों को मठ की दीवार के सहारे खड़ा कर गोलियों से भून दिया। इस हमले में कुछ बौद्ध भिक्षुओं सहित तीस लोगों की मौत हो गई। इस क्रूर हमले के दौरान सेना ने कई मकानों को आग के हवाले कर दिया। इससे पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई।
शान प्रांत थाईलैंड की सीमा से सटा है। यहां तख्तापलट के बाद से सेना को कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। यहां हिंसक झड़पें आम बात हो गई हैं। कारेन्नी संगठन सेना विरोधी है और शान प्रांत की राजधानी नान नेईन इसका गढ़ माना जाता है। कुछ समय से म्यांमार की सेना इस इलाके में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। म्यांमार में वर्ष 2021 में सरकार का तख्तापलट कर सेना ने सत्ता पर कब्जा जमा लिया था। तब से देश में हिंसा जारी है। अभी तक इस हिंसा में म्यांमार के 40 हजार लोग बेघर हो चुके हैं। अस्सी लाख बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है और डेढ़ करोड़ लोग कुपोषण के शिकार हैं। अभी तक इस लड़ाई में आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2900 लोगों की मौत हो चुकी है।