काठमांडू। नेपाल के संगठित अपराधों में चीन के नागरिकों की सक्रियता तेजी बढ़ रही है। पुलिस का कहना है कि चीन के नागरिक ड्रग्स की खरीद-फरोख्त ,, मानव तस्करी, सोने की तस्करी, विदेशी मुद्रा तस्करी, बलात्कार और साइबर अपराधों में अधिक शामिल हैं।
22 दिसंबर, 2022 को दो चीनी नागरिकों चेन यांग और रुआन चाओ होंग को पुलिस के एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। यह दोनों नेपाली महिलाओं को लाओस ले गए थे। कोविड महामारी के दौरान चीन में नेपाली महिलाओं से शादी के खुलासे में साफ हुआ था कि छह चीनी नागरिक मानव तस्करी में शामिल थे। पुलिस ने ऐसे गिरोह के नेटवर्क से जुड़े चेहरों को बेनकाब भी किया है।
नेपाल में पिछले 8 महीनों में विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में 92 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, इनमें 22 चीन के नागरिक हैं। यह संख्या आपराधिक गतिविधियों के लिए गिरफ्तार किए गए 27 भारतीय नागरिकों की संख्या से थोड़ी कम है।
पुलिस के अनुसार, 22 में से आठ चीनियों को नशीला पदार्थ रखने, पांच को संगठित अपराध में शामिल होने, तीन को दुराचार, दो को अपने वीजा से अधिक समय तक रहने, दो को हत्या, एक को बलात्कार और एक को बंधक बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
नेपाल के संगठित अपराध पर नजर रखने वाले एसपी प्रवीण पोखरेल ने कहा कि चीनी नागरिकों को अधिक संगठित अपराध में शामिल पाया गया है। चीन के नागरिक बंधक बनाकर युवतियों का यौन शोषण करते हैं।काठमांडू से 10 किलोमीटर दूर एक फैक्टरी में यांग लिपिंग नाम का 49 वर्षीय चीनी व्यक्ति रहता था। वहां वह युवतियों का यौन शोषण करते रंगेहाथ पकड़ा गया था। पिछले दिनों चीनी नागरिकों को डॉलर और सोने की तस्करी के आरोप में भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक विश्वस्त सूत्र ने बताया कि नेपाल में चीनी दूतावास के जिम्मेदार अधिकारी अपने नागरिकों को रिहा करने के लिए पिछले दरवाजे से सक्रिय हैं। वर्ष 2017 में चीनी नागरिकों को अवैध डॉलर के साथ गिरफ्तार किया गया था।
नेपाल में साइबर क्राइम में चीनी नागरिकों के एक गिरोह का पता चला था। दिसंबर 2019 में साइबर अपराध में शामिल 122 चीनियों को एक साथ गिरफ्तार किया गया था। नेपाल के बैंकों के एटीएम कार्डों की हेराफेरी करने में चीनी नागरिक शामिल पाए गए हैं।