व्यूरो : भारतीय सेना के सैन्य कानून संस्थान ने हाल ही में मानेकशॉ सेंटर, दिल्ली छावनी, नई दिल्ली में “सैन्य न्यायशास्त्र का क्रमिक विकास और भविष्य – भारतीय सेना का दृष्टिकोण” पर एक सेमिनार आयोजित किया। सर्वोच्च न्यायलय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुश्री हिमा कोहली मुख्य अतिथि थीं। इस कार्यक्रम में श्री आर वेंकटरमणि, भारत के अटॉर्नी जनरल; लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू, उप थल सेना प्रमुख: लेफ्टिनेंट जनरल एसएस महल, सेना कमांडर, सेना प्रशिक्षण कमान; तीनों सेवाओं के जज एडवोकेट जनरल (जेएजी) और जेएजी विभाग के दिग्गजों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में सर्वोच्च न्यायालय, दिल्ली उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीशों और सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के न्यायिक सदस्यों ने भी भाग लिया।
आपको बता दें कि सैन्य कानून संस्थान एशिया में अपनी तरह का अकेला संस्थान है, जो वर्दीधारी कर्मियों को सैन्य कानून विषय पर ज्ञान प्रदान करता है।
सेमिनार ने भारत में सैन्य कानून के क्रमिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया, ताकि पूर्ववर्ती और समकालीन चुनौतियों से सबक लेते हुए इसे मजबूत करने और वैश्विक सैन्य न्यायशास्त्र के साथ संरेखित करने के लिए आगे बढ़ने का रास्ता सुझाया जा सके।