वाशिंगटन। हिजबुल मुजाहिदीन और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान वैश्विक आतंकी संगठन बने रहेंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के मुताबिक इस बाबत हुई समीक्षा में इन आतंकी संगठनों के दर्जे में बदलाव का कोई आधार नहीं मिला है।
जानकारी के मुताबिक विदेशी आतंकी संगठनों के दर्जे को लेकर हुई विशेष समीक्षा बैठक में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, हिजबुल मुजाहिदीन और आर्मी ऑफ इस्लाम जैसे आतंकी संगठनों के दर्जे में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया गया। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने बताया कि प्रशासनिक दस्तावेजों की समीक्षा और अटॉर्नी जनरल व वित्त मंत्री से सलाह के बाद यह फैसला किया गया है। वैश्विक आतंकी संगठन घोषित होने के बाद आतंकी संगठनों को धन जुटाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को एक सितंबर 2010 को वैश्विक आतंकी संगठन घोषित किया गया था। साथ ही इसके नेताओं हकीमुल्ला महसूद और वली उर रहमान को वैश्विक आतंकी घोषित किया गया था। पाकिस्तानी तालिबान के नाम से भी जाने जाने वाला तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान कई शाखाओं वाला आतंकी संगठन है। यह अफगानिस्तान- पाकिस्तान की सीमा से संचालित होता है। साल 2007 में बनाए गए तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की विचारधारा अफगान तालिबान से मिलती है। वहीं, पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन भी एक वैश्विक आतंकी संगठन है। हिजबुल मुजाहिदीन को अमेरिका, कनाडा, भारत और यूरोपीय यूनियन ने वैश्विक आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।