- जिले को अबतक मिल चुके 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव
- स्थानीय स्तर पर मिलेगा 50 हजार लोगों को रोजगार
गोरखपुर। फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में गोरखपुर शानदार भागीदारी की तैयारी के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। जीआईएस के मद्देनजर जिले को अबतक 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। इन प्रस्तावों के मूर्त रूप में आने से करीब 50 हजार लोगों को रोजगार मिलना संभव होगा। जिला प्रशासन, गीडा और उद्योग विभाग को उम्मीद है कि 10 फरवरी से शुरू होने वाले तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले तक गोरखपुर में निवेश प्रस्तावों का आंकड़ा 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो चुका होगा। निवेश प्रस्तावों को उर्ध्वगामी बनाने के लिए जल्द ही जिले में निवेशक सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लिए योगी सरकार व्यापक कार्ययोजना बनाकर काम कर रही है। इस दिशा में फरवरी में होने वाला ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। बीते करीब छह सालों में शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, सुदृढ़ कानून व्यवस्था और ‘इंडस्ट्री फ्रेंडली पॉलिसी’ से उत्तर प्रदेश में देश-दुनिया के निवेशकों का रुझान तेजी से बढ़ा है। निवेश की रफ्तार को और गतिमान करने में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का अहम योगदान होगा।
जीआईएस को लेकर सरकार की तरफ से विभिन्न विभागों और औद्योगिक विकास प्राधिकरणों को निवेश के लक्ष्य दिए गए हैं। इसके तहत गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) को मिले लक्ष्य को रिवाइज कर 40 हजार करोड़ से बढ़ाकर 60 हजार करोड़ रुपये कर दिया गया है। गीडा इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में तेजी से काम भी कर रहा है। गीडा के अलावा गोरखपुर विकास प्राधिकरण, उद्योग एवं हथकरघा विभाग भी जीआईएस में अपना भरपूर योगदान देने में जुटे हैं। इन विभागों की तरफ से रोज उद्यमियों से संवाद कर उन्हें सरकार की नीतियों, कारोबारी माहौल की जानकारी देकर नए निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
पहले राज्य सरकार के मंत्रियों के 16 देशों में रोड शो फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुंबई रोड शो, प्रवासियों, उद्यमियों, बैंकर्स व फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के साथ संवाद के बाद गोरखपुर समेत पूरे प्रदेश में अधिकाधिक निवेश की संभावनाओं को पर लग गए हैं। बेहतरीन रोड और एयर कनेक्टिविटी की सुविधा तथा उद्यमियों की मांग के अनुरूप पर्याप्त भूमि उपलब्ध होने के चलते समूचा गोरखपुर, खासकर गीडा पहले से निवेशकों की पसंद बना हुआ है। इस बीच गीडा में 145 औद्योगिक और व्यावसायिक भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इनके जरिये भी बड़े पैमाने पर निवेश होगा।
गोरखपुर में अबतक प्राप्त बड़े निवेश प्रस्ताव
- ग्रीन अमोनिया प्लांट के लिए मेसर्स अवाडा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक प्रवीण गोलाश) की तरफ से 22500 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन -1500
- पेपर मिल प्रोजेक्ट के लिए आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप (निवेशक प्रवीण गोयल) की तरफ से 2935 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 2200
- कांडला-गोरखपुर एलपीजी पाइप लाइन के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (निवेशक संजीव कक्कड़) की तरफ से 1800 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 50
- सोलर एनर्जी पार्क के लिए आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप (निवेशक प्रवीण गोयल) की तरफ से 1772 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 1200
- बांस आधारित उत्पाद के लिए आर्टिजन एग्रोटेक (निवेशक देबोपम मुखर्जी) की तरफ से 1400 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 8300
- एथेनॉल और डिस्टलरी के लिए केयान डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक विनय कुमार सिंह) की तरफ से 1200 करोड़। रोजगार सृजन – 700
- –कार्बोनेटेड ड्रिंक, फ्रूट पल्प प्लांट के लिए वरुण वेवरेजेज (निवेशक कमलेश कुमार जैन) की तरफ से 1071 करोड़। रोजगार सृजन – 250
- –इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट विस्तार के लिए अंकुर उद्योग (निवेशक निखिल जालान) की तरफ से 700 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 800
- रेसिडेंशियल डेवलपमेंट के लिए केके कंस्ट्रक्शन (निवेशक जगदीश आनंद) की तरफ से 600 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 600
- टेक्निकल टेक्सटाइल के लिए केअर प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक गौरव बथवाल) की तरफ से 500 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 2000
- ट्रांसपोर्टेशन बिजनेस के लिए इंडियन टेकर्स (निवेशक नौशाद अहमद) की तरफ से 400 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 40
- आयरन एंड स्टील इंडस्ट्री के लिए जालान उद्योग लिमिटेड (निवेशक ओम प्रकाश जालान) की तरफ से 400 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 600
- ग्रेन प्लांट आदि के लिए इंडिया ग्लाइकोल लिमिटेड (निवेशक सुनील मिश्रा) की तरफ से 400 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 1200
- कैंसर हॉस्पिटल के लिए हनुमान प्रसाद पोद्दार स्मारक समिति (निवेशक रसेंदु फोगला) की तरफ से 325 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 750
- ट्रांसपोर्टेशन एंड वेयर हाउसिंग के लिए मेडलियन ट्रान्सलिंक (निवेशक संतोष कुमार-जगदीश दूबे) की तरफ से 300 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 350
- फाइव स्टार होटल के लिए एडी एस्टेट डेवलपर्स (निवेशक शोभित मोहन दास) की तरफ से 300 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 600
- टेक्सटाइल पार्क के लिए एबीएआर पेट्रो प्रोडक्ट्स (निवेशक अशोक कुमार शॉ) की तरफ से 300 करोड़। रोजगार सृजन – 2000
- –टेक्सटाइल यूनिट के लिए जालान पॉलिटेक्स लिमिटेड (निवेशक कविता जालान) की तरफ से 250 करोड़। रोजगार सृजन – 2750
- 250 बेडेड मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के लिए रिजेंसी हॉस्पिटल लिमिटेड (निवेशक अतुल कपूर) की तरफ से 200 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 1200
- हैवी इंजीनियरिंग प्लांट के लिए आरबीएम इंफ्राकॉन (निवेशक जय बजरंग मणि त्रिपाठी) की तरफ से 200 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 500
- प्लास्टिक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए तत्वा प्लास्टिक पाइप्स प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक राजीव खट्टर) की तरफ से 200 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन -200
- हॉस्पिटल एंड पैरा मेडिकल इंस्टिट्यूट के लिए सेंट्रल एकेडमी एजुकेशनल सोसाइटी (निवेशक सृंजय मिश्रा) की तरफ से 200 करोड़। रोजगार सृजन – 2025
- ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के लिए रुद्रा गैस इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक कुश पटेल) 200 करोड़। रोजगार सृजन -100
- रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट के लिए एशप्रा लाइफ स्पेस (निवेशक अतुल सराफ) की तरफ से 200 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 100
- रीसाइक्लिंग टेक्नोलॉजी के लिए एसडी इकोस्फीयर प्राइवेट लिमिटेड (निवेशक विनय अग्रवाल) की तरफ से 158 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 300
- बस बॉडी फैब्रिकेशन प्लांट के लिए कीर्ति इंटरप्राइजेज (निवेशक अरुणेश शाही) की तरफ से 150 करोड़ रुपये। रोजगार सृजन – 125