- देश-दुनिया के बड़े निवेशकों के ऑफिस व घरों की शोभा बढ़ा रहे यूपी के ओडीओपी
- रोड शो इवेंट में पहुंचे मेहमानों को यूपी का प्रतिनिधिमंडल उपहार में दे रहा अलग-अलग जिलों का प्रमुख उत्पाद, बढ़ रही ग्रामीण कलाकारों की साख
- योगी सरकार की तरफ से ‘एक जिला, एक उत्पाद’ के उपहार पाकर निवेशकों के मन में बन रही यूपी की अलग छवि
लखनऊ। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) के मद्देनजर देश-दुनिया में चल रहे रोड शो इवेंट व बीटूजी (बिजनेस टू गवर्नमेंट) में भी योगी सरकार अपनी मिट्टी व संस्कृति की सुगंध महका रही है। उपहार स्वरूप मेहमानों-निवेशकों को ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद) दिए जा रहे हैं, जो देश-दुनिया के बड़े निवेशकों के घरों व कार्यालयों की भी शोभा बढ़ा रहे हैं। योगी सरकार ने न सिर्फ इन उत्पादों के कारीगरों के काम को बढ़ाया, बल्कि पहले उत्तर प्रदेश के हर जिलों के उत्पादों को पहचान, फिर बाजार दिया। इसके बाद अपने मेहमानों को ओडीओपी के उपहार देकर इसकी ख्याति देश-दुनिया में जन-जन तक पहुंचाई। लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) होना है। इसके पहले टीम योगी ने देश व दुनिया के कई शहरों में दौरा किया और इन्वेस्टर्स से मुलाकात की। वहां भी उत्तर प्रदेश के जिलों के उत्पादों को उपहार स्वरूप दिया गया। इससे न सिर्फ कलाकारों के कामों की ब्रांडिंग हुई, बल्कि यूपी की संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर विरासत का सम्मान भी किया जा रहा है।
जी-20 के राष्ट्राध्यक्षों को ओडीओपी देकर पीएम ने भी बढ़ाया था यूपी का मान
यूपी के परंपरागत उत्पादों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाजार दिया था। यही नहीं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने गए थे तो वहां आए सभी राष्ट्राध्यक्षों को ओडीओपी देकर यूपी का मान-सम्मान समूची दुनिया में बढ़ाया था। स्थानीय उत्पादों की वैश्विक स्तर पर ब्रांडिंग करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ पीएम मोदी का आभार जताया, बल्कि 16 नवंबर 22 को दिल्ली के प्रगति मैदान पर 41वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में यूपी पवेलियन में सीएम ने खुले तौर से इसकी चर्चा कर हस्तशिल्पियों का गौरव भी बढ़ाया।
यूपी की संस्कृति को भी दर्शाता है ओडीओपी
कोलकाता इन्वेस्टर्स समिट के दौरान एक उद्योगपति ने इसकी चर्चा की। साफ तौर पर कहा कि सोच बड़ी कैसी हो, अपने उत्पादों को समृद्ध कैसे करना है, उसकी पहचान कैसे बढ़ानी है, यह भी लोगों को योगी आदित्यनाथ से सीखना चाहिए। उन्होंने अपने यूपी के सभी 75 जिलों के उत्पादों के बारे में पहले पहचाना, फिर जाना, उन्हें बाजार दिया और अपने मेहमानों को भी यह उपहार देकर वे अपनी संस्कृति का न सिर्फ प्रचार कर रहे, बल्कि उससे देश-दुनिया के लोगों को भी जोड़ रहे हैं।
ओडीओपी की ब्रांडिंग भी कर रही टीम योगी
निवेशकों को आमंत्रण के जरिए टीम योगी ओडीओपी की भी ब्रांडिंग कर रही है। राज्यों में पहुंची टीम योगी जब मेहमानों को यह उत्पाद देती है तो वहां के लोगों के मन में इसे जानने की उत्सुकता भी बढ़ जाती है। इससे अन्य राज्यों व देशों के कारोबारी/उद्योगपति भी यहां के उत्पादों की संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर इसकी हौसलाअफजाई कर रहे हैं। 25 नवंबर को फिरोजाबाद में प्रबुद्ध सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि यहां के ग्लास उद्योग के आगे दुनिया का उद्योग नहीं ठहरता। जब भी किसी विदेशी अतिथि को उपहार देने की बात होती है तो मैं यहां से मंगाकर भेंट करता हूं। ग्लास, कांच की चूड़ियों व कलाकृतियों को वैश्विक पहचान मिली है। योगी की इस सोच की ब्रांडिंग अब यूपी से निकलकर देश-दुनिया में भी हो रही है।
विदेशों व घरेलू रोड शो इवेंट में बढ़ी यूपी की साख
12 देशों के 21 शहरों के साथ ही अभी तक 6 राज्यों में रोड शो इवेंट-बीटूजी (बिजनेस टू गवर्नमेंट) मीटिंग्स हो चुकी है। दो राज्यों (बेंगलुरु और चंडीगढ़/लुधियाना) में इवेंट होने हैं। यहां भी आए मेहमानों/निवेशकों को टीम योगी की तरफ से ओडीओपी के उपहार दिए जा रहे हैं। विदेशों में भी यह उपहार भारत की संस्कृति और यूपी के गौरव को बढ़ा रही हैं। यहां मेहमानों को अनेक उपहार दिए गए।
इन जिलों के उत्पादों की महकी खुशबू
- वाराणसी का गुलाबी मीनाकारी कफलिंग्स, गणेश प्रतिमा
- वाराणसी-बांदा का सिल्क स्टॉल व शजर स्टोन कफलिंग्स
- कन्नौज का इत्र
- लखनऊ का चिकनकारी स्टॉल
- मुरादाबाद का पीतल का बाउल सेट
- बुलंदशहर (खुर्जा) के कप
- सीतापुर के रब्स (आसन)
- बरेली के जरी-जरदोजी से बने उपहार