- गाजीपुर में सीएम योगी की जनसभा
- यूपी की जनता ने जाति, मत, मजहब से ऊपर उठकर भाजपा को सेवा का अवसर दिया : योगी
- माफिया के साथ किस तरह की कार्रवाई होनी चाहिए उसका जीता जागता उदाहरण गाजीपुर जिला बना है : योगी
- महाराज गाधि, महर्षि विश्वामित्र, ऋषियों, संतों और सैनिकों की भूमि पर आकर गर्व की अनुभूति कर रहा हूं : योगी
गाजीपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आईटीआई मैदान में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि जाति, मत, मजहब की राजनीति किसी का भला नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विश्वास जगाते हुए मत, मजहब और जाति की दीवार को तोड़कर मतदान किया। सीएम योगी ने कहा कि पेशेवर अपराधियों और मफिया के खिलाफ किस प्रकार कार्रवाई होनी चाहिए, इसका सबसे बड़ा उदाहरण गाजीपुर जिला है। उन्होंने कहा कि गाजीपुर जिले की पहचान महाराज गाधि और महर्षि विश्वामित्र से रही है। ऋषियों, संतों और सैनिकों की भूमि गाजीपुर आकर के उन्हें गर्व की अनुभूति हो रही है। इस अवसर पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गाजीपुर को बनाया अपने दौरे का केंद्र बिंदु
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में संगठन के कौशल को जनजन तक पहुंचा रहे हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लागू करने वाले जेपी नड्डा अपने दूसरे कार्यकाल में बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का आशीर्वाद लेने के बाद संतों, ऋषियों और सैनिकों की इस पवित्र भूमि गाजीपुर में आए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने दूसरे कार्यकाल के कार्यक्रम का केंद्रबिंदु गाजीपुर को बनाया है। आप सभी ने डबल इंजन सरकार के कार्यों को देखा है। जो बिना किसी भेदभाव के हर योजना का लाभ जनता तक पहुंचा रही है।
महाराज गाधि से रही है गाजीपुर की पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि गाजीपुर की पहचान महाराज गाधि से रही है। रामचरित मानस में संत तुलसीदास राक्षसों के आतंक से मुक्ति करने के माध्यम पर कहते हैं कि ”गाधितनय मन चिंता ब्यापी। हरि बिनु मरहिं न निसिचर पापी।” ये माफिया, ये अपराधी बिना प्रभु की कृपा से मरेंगे नहीं, ये बात अगर किसी ऋषि के मन में सबसे पहली बार आयी तो वे थे इसी धरा से जुड़े विश्वामित्र जी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी जब देश के स्वास्थ्य मंत्री थे तब गाजीपुर को मेडिकल कॉलेज का उपहार मिला था, उस मेडिकल कॉलेज का नामकरण भी हमने महर्षि विश्वामित्र के नाम पर ही रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम हमारी विरासत हैं। पांच सौ साल के लंबे संघर्ष का सार्थक स्वरूप आज हम सबके सामने देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के मार्गदर्शन में आज अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के द्वारा भगवान राम के मंदिर का कार्य अंतिम चरण की ओर बढ़ता दिख रहा है। ये विरासत के प्रति हमारे सम्मान को दर्शाता है।
पहले लगते थे आठ घंटे, आज ढाई घंटे की दूरी पर है लखनऊ
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर तरफ परिवर्तन दिख रहा है। एक ओर विकास के कार्य और शासन की योजना बिना किसी भेदभाव के लोगों तक पहुंच रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा के लिए खतरा बने पेशेवर अपराधी और माफिया के साथ किस तरह की कार्रवाई होनी चाहिए उसका जीता जागता उदाहरण गाजीपुर जिला बना है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की वहज से आज मात्र ढाई से तीन घंटे में कोई भी गाजीपुर से लखनऊ पहुंच सकता है, जिसमें पहले सात से आठ घंटे लग जाया करते थे। यहां मनोज सिन्हा जी के समय में रेलवे की कनेक्टिविटी के लिए बेहतरीन प्रयास हुए हैं। आज गाजीपुर के पास अपना मेडिकल कॉलेज है। सबसे बड़ा रिवर क्रूज भी काशी से गाजीपुर के रास्ते ही डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुआ। हर घर नल योजना और हर घर में बिजली पहुंचाने का कार्य डबल इंजन की सरकार में हो रहा है। ये सब केवल मोदी जी के मार्गदर्शन के कारण ही संभव हो पाया है। मैं आपका आह्वान करने आया हूं, जाति, मत मजहब की राजनीति कभी किसी का कल्याण नहीं कर सकती, ये यूपी के विकास में सबसे बड़ा बैरियर था। जनता ने इसे समझा और हसे हटाया। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हमें यहां भले ही सफलता नहीं मिली हो, मगर विकास कार्यों में हमने कभी कोई कोताही नहीं की। मैं आपको आश्वास्त करता हूं कि हर प्रकार की योजना यहां आएंगी, सुरक्षा और समृद्धि की गारंटी भाजपा आप सबको देती है।