- –मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए अनुदान दे रही सरकार
- –बिजली के रेट बढ़ने पर बुनकरों की आमदनी पर नहीं पड़ेगा फर्क
- –योजना का लाभ कम से कम 10 प्रतिशत महिला बुनकरों को दिया जाएगा
- –उत्तर प्रदेश में कुल ढाई लाख पॉवरलूम से साढ़े पांच लाख बुनकर कर रहे जीवन-यापन
वाराणसी। वाराणसी समेत यूपी के बुनकरों के लिए खुशखबरी है। अब उनको पारंपरिक बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। ना ही बिजली के रेट बढ़ने पर उनकी आय में कमी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुनकरों को सुविधा देने के लिए और विश्व के वस्त्र उत्पादन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बनाये रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। योगी सरकार पावर लूम बुनकरों को सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए अनुदान प्रदान कर रही है, जिससे बुनकरों की बिजली की बचत के साथ ही उनका खर्च भी कम होगा। बता दें कि ‘मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना’ के अंतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र अनुदान के साथ उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना में महिला बुनकरों को भी विशेष लाभ दिया जाएगा।
उपलब्ध कराया जाएगा सौर ऊर्जा संयंत्र
बनारसी साड़ी की बुनकारी की पूरी दुनिया कायल है। बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक, सभी बनारसी साड़ी के दीवाने हैं, लेकिन इनके बुनकरों को कभी-कभी बिजली के अभाव के कारण वस्त्र के उत्पादन और आय पर असर पड़ता है। वाराणसी परिक्षेत्र के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग के सहायक आयुक्त अरुण कुमार कुरील ने बताया की मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र उपलब्ध कराया जाएगा। सामान्य पावरलूम बुनकरों के लिए सोलर प्लांट की कुल लागत का 50 प्रतिशत सरकार देगी। बाकी का 50 प्रतिशत या अतिरिक्त राशि लाभार्थी खुद या बैंक से ऋण लेकर वहन करेंगे। वहीं अनुसूचित जाति/जनजाति के पावरलूम बुनकरों के लिए योगी सरकार 75 प्रतिशत का अनुदान देगी और 25 प्रतिशत लाभार्थी को खुद या बैंक से ऋण लेकर वहन करेंगे। 10 किलोवाट तक के सोलर प्लांट का प्रस्ताव स्वीकृत परिक्षेत्र स्तरीय कमेटी द्वारा जबकि 10 किलोवाट से अधिक का राज्य स्तरीय कमेटी द्वारा किया जाएगा।
महिला बुनकरों को भी मिलेगी राहत
उन्होंने बताया कि योजना का लाभ कम से कम 10 प्रतिशत महिला बुनकरों को भी दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में कुल 2,50,000 पॉवरलूम कार्यरत हैं, जिसके माध्यम से 5,50,000 पावरलूम बुनकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना के लिए यूपीनेडा को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।