राजौरी। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने राजौरी जिले के डांगरी गांव में रविवार शाम हुए आतंकी हमले की कठोर निंदा करते हुए मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इस बीच सोमवार सुबह इस आतंकी हमले के विरोध में नागरिकों के प्रदर्शन के दौरान हुए आईईडी ब्लास्ट में एक बच्चे की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। घायलों में एक व्यक्ति की हालत गंभीर है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उप राज्यपाल सिन्हा ने ट्वीट किया- ‘मैं राजौरी में कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। मेरे विचार और प्रार्थना शोक संतप्त परिवारों के साथ है। हमले में शहीद प्रत्येक नागरिक के निकट संबंधी को 10 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी दी जाएगी। गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये दिए जाएंगे। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करें।’
आईईडी ब्लास्ट की घटना में बच्चे की मौत और पांच लोगों के घायल होने की पुष्टि करते हुए एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि सुरक्षाबल पूरे इलाके को घेरकर तलाशी ले रहे हैं। सिंह ने इलाके में एक और संदिग्ध आईईडी देखे जाने पर लोगों को सावधान रहने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि इस आईईडी को निष्क्रिय कर दिया गया है।
एडीजीपी मुकेश सिंह के मुताबिक रविवार शाम आतंकियों के हमले में मारे गए लोगों की पहचान प्रीतम लाल (56), उनके 33 वर्षीय बेटे आशीष कुमार, पीएचई कर्मचारी दीपक कुमार (23) और शीशुपाल (48) के रूप में हुई है। इस हमले में छह लोग घायल हो गए थे। उनमें से गंभीर रूप से घायल रोहित पंडित (35) और शुभम शर्मा (20) पुत्र प्रीतम शर्मा को हवाई मार्ग से जीएमसी जम्मू ले जाया गया। चार घायलों को जीएमसी राजौरी में भर्ती कराया गया है। इनमें पवन कुमार (38), सरोज बाला (35) पत्नी शीतल कुमार, सुशील कुमार (40) पुत्र कुंडल लाल और उरीशी शर्मा (17) पुत्री शीतल कुमार शामिल हैं। उधर, निर्दाेष नागरिकों की हत्या के विरोध में हिंदू और मुस्लिम संगठनों ने बंद का आह्वान किया है।