नई दिल्ली। लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित हो गई। सत्रहवीं लोक सभा का दसवां सत्र 7 दिसम्बर को आरंभ हुआ था। सत्र के दौरान, 9 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए तथा कुल मिलाकर 7 विधेयक पारित हुए।
लोकसभा अध्यक्ष ने आज कार्यवाही की शुरुआत के दौरान सत्रावसान की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस सत्र के दौरान, कुल 13 बैठकें हुईं, जो 68 घंटे 42 मिनट तक चलीं। सभा के चालू सत्र की कार्य उत्पादकता 97 प्रतिशत रही।
वर्तमान सत्र के दौरान, 9 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए तथा कुल मिलाकर 7 विधेयक पारित हुए। इस सत्र में महत्वपूर्ण वित्तीय और विधायी कार्यों का निपटान किया गया।
पारित किए गए कुछ महत्चपूर्ण विधेयक हैं: संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2022; संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (तीसरा संशोधन) विधेयक, 2022; संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (चौथा संशोधन) विधेयक, 2022; संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक, 2022; और समुद्री जलदस्युता रोधी विधेयक, 2022।
वर्ष 2022-23 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों-पहले बैच और वर्ष 2019-2020 के लिए अतिरिक्त अनुदानों की मांगों पर चर्चा 10 घंटे और 53 मिनट तक चली।
सत्र के दौरान दिनांक 20 तथा 21 दिसंबर को सदन द्वारा “देश में मादक द्रव्यों के बढ़ते उपयोग की समस्या” के महत्वपूर्ण विषय पर नियम 193 के अंतर्गत अल्पकालिक चर्चा हुई। इस चर्चा में सदन के 51 माननीय सदस्यों ने भाग लिया। चर्चा गृह मंत्री के उत्तर के साथ सम्पन्न हुई।
सभा में लोक महत्व के 374 मामले उठाए गए। सदस्यों ने नियम 377 के अधीन 298 मामले सदन के समक्ष उठाए। लोक सभा की स्थायी समितियों के 36 प्रतिवेदन सभा में प्रस्तुत किए गए। सत्र के दौरान 56 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गये।
मंत्रियों द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कुल 43 वक्तव्य दिए गए, जिनमें संसदीय कार्य मंत्री द्वारा सरकारी कार्य से संबंधित 2 वक्तव्य शामिल हैं।
सत्र के दौरान, विभिन्न मंत्रियों द्वारा 1811 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया।
सभा में “भारत में खेलों के संवर्धन की आवश्यकता” जिस पर 9वें सत्र में चर्चा आंशिक रूप से हो पाई थी, पर आगे अल्पकालिक चर्चा हुई और मंत्री जी के उत्तर के साथ सम्पन्न हुई।