- कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के बीच समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंध: मुख्यमंत्री
- कर्नाटक से आये हनुमान जी संभालते हैं श्रीअयोध्याधाम की सुरक्षा का प्रभार: मुख्यमंत्री
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से पहले कोई भी नहीं जाना चाहता था अयोध्या: मुख्यमंत्री
- अयोध्या दर्शन से अभिभूत हैं हम, प्रसाद स्वरुप ले जा रहे अयोध्या की मिट्टी: नारायण
- मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में मजबूत हो रहा यूपी-कर्नाटक संबंध: अश्वत्थ नारायण
- मुख्यमंत्री योगी से मिल अभिभूत रहे कर्नाटक के युवा
■ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से गुरुवार को कर्नाटक राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री सी.एन. अश्वत्थ नारायण जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भ्रमण पर आए प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की।
■ उत्तर प्रदेश की पावन भूमि पर कर्नाटकवासियों का अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के बीच समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंध रहे हैं।
■ अयोध्या दर्शन से लखनऊ आए प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप सभी आज श्रीअयोध्याधाम में श्रीरामलला के दर्शन के उपरांत लखनऊ आये हैं। यह कितना सुखद है कि अयोध्या की सुरक्षा जिन हनुमान जी के हाथों में है, वह भी मूलतः कर्नाटक के रहने वाले थे। भगवान श्रीराम उन्हें जब अयोध्या लेकर आये तबसे वह हनुमानगढ़ी में विराजते हुए अयोध्या की सुरक्षा का प्रभार संभालते हैं।
■ मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कर्नाटक में भगवान श्री मंजूनाथ की परम्परा, नाथ सम्प्रदाय की शैव परम्परा को ही आगे बढ़ाती है और एक-दूसरे को सुदृढ़ आध्यात्मिक भाव के साथ जोड़ती है।
■ मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 500 साल से जो नहीं हो सका वह आज हो रहा है। शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद अगर अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो इसका कारण लाखों सनातन आस्थावानों का संघर्ष और साधना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले कोई भी अयोध्या नहीं जाना चाहता था, लोगों को डर लगता था कि कहीं उन पर कोई दाग न लग जाए। लेकिन अपनी विरासत के प्रति गौरव और आस्था के प्रति सम्मान का भाव ही है कि प्रधानमंत्री मोदी न केवल अयोध्या आये बल्कि अयोध्या को उसके पुरातन आभा से मंडित भी कर रहे हैं। आज जनभावनाओं के अनुरूप प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण हो रहा है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम बनकर तैयार हुआ है।
■ मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंध समय के साथ और मजबूत होते जाएंगे। उत्तर प्रदेश में हर कर्नाटकवासी का सदैव स्वागत है। उन्होंने बेंगलुरु और रामनगर के विपरीत उत्तर प्रदेश के शीतकालीन मौसम के बीच उत्तर प्रदेश में पर्यटन के समय अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की सलाह दी। साथ ही भरोसा दिया कि सरकार/स्थानीय प्रशासन हर समय उनके सहयोग के लिए उपलब्ध रहेगी।
■ कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री सी.एन. अश्वत्थ नारायण ने भगवान राम की भूमि उत्तर प्रदेश में आगमन को अपने लिए सौभाग्य बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और कर्नाटक का संबंध रामायणकालीन है। आज जब शताब्दियों के इंतज़ार के बाद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण हो रहा है तो कर्नाटक का हर नागरिक उत्साहित है-आनंदित है। अयोध्या दर्शन के अपने अनुभव को अविस्मरणीय बताते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री जी को बताया कि इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल हर व्यक्ति अपने साथ अयोध्या की मिट्टी प्रसाद के रूप में ले जा रहा है। रामनगर जिले में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर में भी इस मिट्टी का उपयोग करेंगे।
■ माननीय मंत्री अश्वत्थ नारायण ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के संबंधों में प्रगाढ़ता आई है। कर्नाटकवासी मुख्यमंत्री जी के व्यक्तित्व, कार्यशैली और विजन से अत्यंत प्रभावित हैं।
■ कर्नाटक के रामनगर जनपद सिल्क, मिल्क और आम के लिए प्रसिद्ध है। कर्नाटक राज्य आईटी हब के साथ ही पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को भी प्रोत्साहित कर रहा है। माननीय मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की सुविधा के लिए की गई व्यवस्थाओं के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति विशेष आभार भी जताया।
‘जय-जय सिया राम और भारत माता की जय’ के नारों से किया मुख्यमंत्री का अभिवादन
प्रतिनिधिमण्डल में कर्नाटक के बेंगलुरु और रामनगर जिलों के निवासी शामिल थे, जिनमें बड़ी संख्या युवाओं की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने सामने देखकर अभिभूत युवाओं ने मुख्यमंत्री का अभिवादन ‘जय-जय सिया राम और भारत माता की जय’ के नारों से किया। मुख्यमंत्री को अपना परिचय देते हुए रामनगर से आये एक युवा ने मुख्यमंत्री को ‘युवा हृदय सम्राट’ की संज्ञा दी तो बेंगलुरु से आए एक अन्य युवा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार गुंडों और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई हो रही वह एक नजीर है। यूपी का बुलडोजर मॉडल पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। उत्साह से भरे लोगों ने टूटी-फूटी हिंदी और फिर कन्नड़ भाषा में मुख्यमंत्री जी के अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि के दर्शन के बाद योगी जी से भेंट को अपने जीवन का सौभाग्य बताते हुए ईश्वर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।