पटियाला। राष्ट्रमंडल खेल की स्वर्ण पदक विजेता मीराबाई चानू अपने कंधे और पीठ की चोटों के इलाज के लिए एनआईएस पटियाला में पांच महीने के पुनर्वास कार्यक्रम से गुजरेंगी। अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक और दिसंबर में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक के साथ, 2022 सीज़न चानू के लिए शानदार रहा है।
पीठ की परेशानी और सितंबर में एक प्रशिक्षण सत्र के दौरान उन्हें लगी कलाई की चोट के कारण वह अक्टूबर में एशियाई चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले सकीं। 28 वर्षीय मणिपुर की मूल निवासी चानू एनआईएस पटियाला में रहने के दौरान सबसे पहले अपने कंधे और रोटेटर कफ को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। एनआईएस पटियाला में, मीराबाई चानू को एशियाई चैंपियनशिप से पहले अपनी फिटनेस हासिल करने की उम्मीद है, जो कि मई में होने वाली ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता है।
बता दें कि मीराबाई ने कोलंबिया के बोगोटा में 2022 विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। उन्होंने कुल 200 किग्रा (87 किग्रा स्नैच 113 किग्रा क्लीन एंड जर्क) भार उठाया। चीन की होउ झिहुआ (198 किग्रा) ने कांस्य और जियांग हुइहुआ (206 किग्रा: 93 113) ने स्वर्ण पदक जीता था। मीराबाई का यह दूसरा विश्व चैम्पियनशिप पदक था, इससे पहले उन्होंने 2017 के चैम्पियनशिप इवेंट में 194 किग्रा (85 किग्रा प्लस 109 किग्रा) भार उठाकर स्वर्ण पदक जीता था। वह 2019 संस्करण में चौथे स्थान पर आई थीं।