नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। रूसी कला अकादमी ने अपनी 265वीं वर्षगांठ और रूस और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस असाधारण देश को समर्पित एक प्रदर्शनी परियोजना प्रस्तुत की है। प्रदर्शनी में चार पीढ़ियों के कलाकारों के 150 से अधिक कार्य, संग्रह सामग्री और व्यक्तिगत सामान प्रदर्शित किए गए हैं। प्रदर्शनी 15 जनवरी 2023 तक चलेगी।
रूस में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कि रूस में भारतीय राजदूत पवन कपूर ने प्रसिद्ध मूर्तिकार और कलाकार और रूसी अकादमी के अध्यक्ष ज़ुराब त्सेरेटेली के साथ राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75 वीं वर्षगांठ को समर्पित रूसी कला अकादमी में “भारत-रूस: गार्डन ऑफ़ फ्रेंडशिप” प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। राजदूत ने पिछले दशकों में भारतीय विषयों को चित्रित करने वाले सोवियत/रूसी कलाकारों के इतिहास के बारे में बात की और दोनों देशों के समकालीन कलाकारों के बीच संपर्क को मजबूत करके इस विरासत को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रदर्शनी 1947 में भारत के साथ राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद ललित कला में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए यूएसएसआर कला अकादमी के अद्वितीय योगदान पर केंद्रित है। इसमें दिग्गज भारतीय राजनीतिक शख्सियतों के चित्र हैं। गौरतलब है कि 21वीं सदी ने भारत और रूस की संस्कृतियों के बीच कुशल आपसी समझ और घनिष्ठ संबंधों को साबित कर दिया है।