- – सीएम योगी ने बलिया में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की प्रतिमा का किया अनावरण
- – सीएम ने बलियावासियों को दी 80 करोड़ लागत की 46 परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण की सौगात
- – सीएम बोले, एफपीओ बलिया की सब्जियों के निर्यात में बढ़ाए कदम
बलिया/लखनऊ, 6 नवंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को चंद्रशेखर उद्यान में पूर्व प्रधानमंत्री जननायक चंद्रशेखर की भव्य प्रतिमा का अनावरण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने बलियावासियों को 80 करोड़ लागत की 46 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने 750 निराश्रित महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए टूल किट का वितरण किया, साथ ही सब्जियों के निर्यात के लिए ट्रक को हरी झंडी दिखाकर उसे रवाना किया। मुख्यमंत्री ने किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को प्रमाण पत्र वितरित किए।
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के लिए देश हित था सर्वोपरि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने बलिया को नई पहचान देने के साथ आजाद भारत में भारत की राजनीति को एक ऐसा चेहरा दिया जो दलीय राजनीति से ऊपर था। उन्होंने मूल्यों और आदर्शों की राजनीति की। यही वजह है कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, महाराष्ट से लेकर गुजरात, पूर्वोत्तर भारत, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश समेत पूरे देश में ऐसी कोई जगह नहीं, जहां उनके प्रशंसक मौजूद न हों। उन्हे हर व्यक्ति के साथ संबंधों को बनाना और उसका निर्वहन करना बखूबी आता था।
सीएम ने कहा कि मूल्याें की राजनीति की जब बात आती है तो उनका नाम सर्वोपरि रहता है। जब देश के लोकतंत्र को रोकने का प्रयास किया गया था, वह उसके खिलाफ मुखर हुए। इतना ही नहीं जब देश के अंदर स्वदेशी आंदोलन चला तो उसका समर्थन कर भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के साथ सभी के लिए लोकप्रिय हो गये। देश की संसद में कोई दल और कोई सांसद चंद्रशेखर जी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी नहीं कर सकता था क्योंकि उन्हे मालूम था कि एक फक्कड़ स्वभाव का व्यक्ति जो मूल्यों और आदर्श राजनीति की बात कर रहा है उसके लिए देश हित सर्वोपरि है। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की प्रतिमा के अनावरण पर मुझे बताया गया कि इसे आजमगढ़ के हस्तशिल्पी कलाकार ने बनाया है, जिसने मुझे अभिभूत कर दिया।
हल्दिया से वाराणसी के बीच बने अंतरदेशीय जलमार्ग सेवा का उठाएं भरपूर लाभ
सीएम योगी ने कहा कि आज का दिन बलिया के लिए कई प्रकार से महत्वपूर्ण है जहां एक ओर पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा का अनावरण किया गया तो वहीं दूसरी ओर बलिया को 80 करोड़ लागत की 46 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास की सौगात दी गई। इतना ही नहीं बलिया में कृषक उत्पादक संगठन एफपीओ के माध्यम से ताजी सब्जियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने के लिए ट्रक का फ्लैग ऑफ कर उसे रवाना किया गया। प्रधानमंत्री बार-बार कहते हैं कि अगर किसान की आमदनी को दोगुना करना है तो बीज से बाजार तक की इस यात्रा को आसान करना होगा। यह उस यात्रा की एक नई कड़ी है। इससे यहां के किसानों को सब्जी का अच्छा दाम मिलेगा।
सीएम ने कहा कि हल्दिया से लेकर वाराणसी के बीच शुरू की गई अंतरदेशीय जलमार्ग सेवा, जो बलिया से होकर जाएगी। ऐसे में यह बलिया की ताजी सब्जियों के निर्यात को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है क्योंकि बलिया में एक ओर सरयू मिलती हैं तो एक ओर गंगा। गंगा में पानी की कमी नहीं है, आसानी से हर सीजन में जल यातायात के माध्यम से हमे यहां के कृषि उत्पाद को वैश्विक बाजार में पहुंचाने में मदद मिलेगी। इससे जिले के किसानों की आमदनी बढ़ने के साथ जनपद की आय बढ़ेगी। इसके साथ ही रोजगार का सृजन भी होगा और जब जनपद की आय बढ़ाएंगे तब प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी। इससे जनपद की जीडीपी बढ़ने के साथ प्रदेश की जीडीपी भी बढ़ेगी। ऐसे में प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया है इस लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा।
बलिया की महिलाओं को मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी और पोषण मिशन से जोड़ें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बलिया में महिला स्वयं सहायता समूह को आगे बढ़ाने के बहुत अच्छे कार्य हो सकते हैं। उन्होंने स्थानीय जिला प्रशासन से यहां की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी और पोषण मिशन से जोड़ने की बात कही। बुंदेलखंड में तीन से पांच महिलाओं के लिए बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की शुरुआत की गई थी, आज उनकी मेहनत से 41 हजार महिलाएं इससे जुड़ी हुई हैं। वह 150 करोड़ का सालाना व्यवसाय करती हैं और 14 से 15 करोड़ का सालाना लाभ भी कमाती हैं। यहां की महिलाओं को रेडीमेड गारमेंट से भी जुड़ना चाहिए, इसमें अपार संभावनाएं हैं। गांव की महिलाएं घर गृहस्थी के काम के बाद जो समय मिलता है उस दौरान अगर वह सिलाई कढ़ाई का काम सीख लें और उसके बाद वस्त्र बनाने के काम, उसकी पैकेजिंग ठीक हो जाए, साथ ही फिर उसे मार्केट में देने की व्यवस्था के साथ जोड़ दिया जाए तो बहुत से लोगों की आमदनी को बढ़ाया जा सकता है। महिला स्वावलंबन को आगे बढ़ाने में इसकी बड़ी भूमिका हो सकती है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय जिला प्रशासन प्रस्ताव बनाकर दे
सीएम योगी ने कहा कि यहां के किसान खेती बाड़ी में थोड़े और प्रयास कर लें तो इस आमदनी को कई गुना बढ़ाया जा सकता है। यहां पर थोड़े से प्रयास और अंतरदेशीय जलमार्ग सुविधा के उपयोग से इसके सफल परिणाम देखने को मिलेंगे। सीएम ने कहा कि किसी शहर का पर्यटन पूरी इकोनॉमी को बल देता है। वाराणसी में सावन महीने में बाबा विश्वनाथ धाम के एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जिससे वहां पर होटल इंडस्ट्री से लेकर टैक्सी, दुकानदार, रेस्टोरेंट, पंडो आदि को रोजगार मिला। ऐसे में बलिया में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन को एक प्रस्ताव बनाना चाहिए। इसमें सरकार भरपूर सहयोग करेगी। उन्होंने पूर्व पीएम चंद्रशेखर की जन्मभूमि इब्राहिम पट्टी के अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने, केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत और राज्य सरकार की जन आरोग्य योजना से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने जिला प्रशासन से मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए जमीन का ठोस प्रस्ताव समय से प्रदेश सरकार के पास पहुंचाने की बात कही ताकि इसे आगे बढ़ाया जा सके। प्रदेश में आजादी के बाद वर्ष 1947 से लेकर 2017 तक 70 वर्षों में 12 मेडिकल कॉलेज ही प्रदेश में बन पाए थे। वहीं वर्ष 2017 से लेकर 2022 के बीच में 35 नये राजकीय मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर समय से जमीन मिल गई होती है तो इन 35 मेडिकल कॉलेज में से एक मेडिकल कॉलेज बलिया को भी मिल जाता, लेकिन जमीन न मिलने पाने की वजह से बलिया इससे पिछड़ता गया। इसे हमें टॉप प्राॅयरिटी पर लेना होगा क्योंकि बलिया में मेडिकल कॉलेज होने से सिर्फ बलिया को ही नहीं बल्कि बिहार आस-पास के इलाकों के लोगों को भी इलाज की सुविधा मिलेगी।