लखनऊ। हत्या के आरोप में जेल में बंद 35 वर्षीय बंदी नूतन गिरी उर्फ राहुल गिरी ने फांसी लगा ली थी। गंभीर अवस्था में उसे इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घरवालों ने अस्पताल पहुंचकर जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाकर कचहरी रोड पर जाम लगाकर हंगामा किया। बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस के अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया और जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, नूतन मूलरूप से सीतापुर के इमलिया सुल्तानपुर रामपुर का रहने वाला था। वह यहां पर केशवनगर में रहता था। नूतन गिरी बीते नौ सितम्बर से मड़ियांव से हत्या के मामले में जेल में बंद था। शनिवार को बैरक की सीढ़ी की रेलिंग से गमछे के सहारे वह फंदे पर लटका मिला। बंदी रक्षकों ने उतारकर तुरंत उसे इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने नूतन का भाई रोहित, पंकज, नूतन की पत्नी नन्दनी और अन्य घरवाले पहुंचे। परिवार ने जेल पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए कचहरी रोड को जाम कर दिया। इसके बाद पुलिस के अधिकारियों ने कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराया है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम पैनल के जरिए कराया जा रहा है। आगे की कार्रवाई रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।