- साढ़े पांच वर्ष में बेहतर हुई उत्तर प्रदेश की खेल-संस्कृति, बढ़ी है जागरूकता: मुख्यमंत्री
- 36वें राष्ट्रीय खेल में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे खिलाडियों को मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
- मुख्यमंत्री योगी की घोषणा, प्रदेश में जल्द आयोजित होगी विधायक खेल कूद प्रतियोगिता
- खेल-खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए प्रतिबद्ध है सरकार: मुख्यमंत्री
- पहली बार 28 खेल स्पर्धाओं में होगी उत्तर प्रदेश की भागीदारी
लखनऊ, 27 सितम्बर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने कहा है कि सरकार ने प्रतिभावान खिलाड़ियों को शासकीय सेवा का मौका देने के लिए 2% सीटें आरक्षित की हैं तो पुलिस में 500 से अधिक पदों पर नियुक्ति शुरू हो गई है और अब राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को आवागमन के लिए रेलवे की एसी थ्री टियर कोच की सुविधा भी मिलेगी।
36वें राष्ट्रीय खेल में प्रतिभाग करने जा रहे उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों से मंगलवार को संवाद के दौरान मुख्यमंत्री की इस घोषणा का खिलाड़ियों ने स्वागत किया है। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने गुजरात में आयोजित 36वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे होनहार खिलाड़ियों को उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। खास मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह खुशी की बात है इस बार के राष्ट्रीय खेल में उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों की अब तक की सबसे बड़ी टीम रवाना होने वाली है। पिछली बार जहां प्रदेश ने 20 खेल स्पर्धाओं में हिस्सा लेकर 68 मेडल प्राप्त किए थे, वहीं इस बार 28 खेलों में उत्तर प्रदेश भाग ले रहा है। यह सकारात्मक बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में खेल के प्रति बढ़ी जागरूकता का ही परिणाम है। खेलों के इस राष्ट्रीय कुंभ में भाग लेने जा रहे 462 सदस्यीय दल को ‘टीमवर्क’ का मंत्र देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी के शानदार प्रदर्शन के प्रति विश्वास जताया।
कल्पना की बात थी ग्रामीण क्षेत्र में स्टेडियम, आज हो रहा लोकार्पण
खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने खेल प्रतिस्पर्धाओं के पदक विजेताओं को शासकीय सेवा में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विगत दिवस गोरखपुर में स्टेडियम के लोकार्पण का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्टेडियम कभी कल्पना हुआ करता था। आज गांव, शहर में स्टेडियम, मिनी स्टेडियम बनवाये जा रहे हैं। हर गांव में खेल के मैदान, ओपन जिम का विकास हो रहा है। युवक व महिला मंगल दल से युवा जुड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि खेल व खिलाड़ियों के प्रोत्साहन की कोशिशों के क्रम में ही ओलम्पिक और पैरालम्पिक खेलों के पदक विजेताओं के भव्य सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को ‘विधायक खेलकूद प्रतियोगिता’ की योजना के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बहुत जल्द ग्राम, विकास खंड, विधानसभा, जिला और कमिश्नरी स्तर पर खेल प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन करने जा रही है। अंत में सभी 18 कमिश्नरी के खिलाड़ियों के बीच प्रदेश स्तर की स्पर्धा होगी, जिसके बाद सभी को सम्मानित किया जाएगा।
खेल नीति में निजी स्पोर्ट्स अकादमी के प्रोत्साहन का हो प्रावधान
राष्ट्रीय खेल में उत्तर प्रदेश की शानदार टीम बनाने के लिए खेल विभाग, कोच और मैनेजरों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खेल-संस्कृति के विकास में निजी खेल अकादमियों की भूमिका को भी सराहा। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा की जाने वाली कोशिशों के अलावा बहुत सी निजी एकेडेमी अपने स्तर भी अच्छा काम कर रही हैं, इन्हें हर जरूरी प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने खेल विभाग को निर्देश दिए कि प्रदेश की खेल नीति में निजी स्पोर्ट्स एकेडेमी को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक प्रावधान जरूर किए जाएं।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में सभी खिलाड़ियों, उनके कोच और टीम मैनेजरों ने अपना परिचय देते हुए अपनी खेल विधा के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने ओलम्पिक पदक विजेता ललित कुमार उपाध्याय के साथ-साथ खिलाड़ी रोहन विश्नोई, प्रीति दुबे, राजकुमार पाल और सूरज कुमार को स्पोर्ट्स किट देकर उनका उत्साहवर्धन किया।