देश की राजधानी दिल्ली से एक और शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. सेना के एक मेजर पर उनकी मेड (नौकरानी) ने संगीन इल्जाम लगाए हैं. मेड ने मेजर पर मारपीट करने, धमकी देने और रेप करने जैसे आरोप लगाए हैं. पुलिस ने मेजर पर केस दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
पीड़िता का आरोप है कि घटना के कुछ दिन बाद उसके पति की मौत हो गई, जिसे आत्महत्या का रूप दे दिया गया. पीड़िता का दावा है कि उसके पति ने आत्महत्या नहीं की.
उत्तर प्रदेश की रहने वाली पीड़िता का कहना है कि वह और उसका पति तीन महीने से मेजर के घर में काम कर रहे थे और वह अपने परिवार के साथ सर्वेंट क्वार्टर में ही रहती थी. पीड़िता ने बताया कि इसी साल 12 जुलाई की रात करीब दस बजे मेजर ने उसके पति को कबाड़ी के यहां फ्रिज बेचने के लिए भेज दिया और बाद में उसे रूम में आने के लिए कहा. महिला का दावा है कि उसके मना करने पर मेजर ने उसके साथ मारपीट की और कमरे में ले गए.
पीड़िता ने बताया कि इसके बाद जब उसका पति बाहर से लौटा तो उसने मेजर की गलत हरकतों को देख लिया. आरोप है कि महिला के पति ने जब इसका विरोध किया तो मेजर ने लात-घूसों से उसकी बुरी तरह पिटाई की.
पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह गरीब है और आरोपी अमीर है, जिसके चलते शुरू से ही पुलिस ने इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की और मामले को दबाने के कोशिश में लगी रही. यह घटना जुलाई महीने की है, जबकि केस सितंबर में दर्ज किया गया है.
‘मेजर ने दी जान से मारने की धमकी’
पीड़िता का कहना है, ‘जब मैंने अपने पति को बचाने की कोशिश की तो मेजर ने गोली मारने की धमकी दी. मेजर ने मेरी पिटाई कर धक्का दिया जिससे मैं बेहोश हो गई, जब मुझे होश आया तो मेरे शरीर पर कपड़े नहीं थे.’ महिला ने बताया कि मेजर ने मुझे धमकी देते हुए कहा कि आज तेरे पति को छोड़ दिया है लेकिन अगर अब कभी मेरी बात नहीं मानी तो तेरे बच्चे और तुझे दोनों को मार दूंगा. महिला का आरोप है कि मेजर ने एक बार फिर उसके साथ दुष्कर्म किया, जिसके बाद महिला अपनी ननद के घर रहने चली गई.
मिली पति की मौत की खबर
महिला ने बताया कि उस रात करीब 12.30 बजे मेजर ने घर आकर बताया कि तुम्हारे पति ने फांसी लगाकर जान दे दी है. पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने कहा कि मेरे पति बहादुर थे, वे कभी खुदकुशी जैसा कदम नहीं उठा सकते थे. इसके पीछे भी मेजर की साजिश है. महिला ने बताया कि इस घटना में मेजर के साथ उसका एक रिश्तेदार भी शामिल है और दोनों ने मिलकर ही उसके पति की हत्या की और फिर इसे खुदकुशी का नाम दे दिया.
पीड़िता का कहना है कि स्थानीय पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की, जिस कारण उसे शिकायत के लिए जिले के डीसीपी से लेकर पुलिस आयुक्त का दरवाजा खटखटाना पड़ा. महिला का कहना है कि पुलिस का बर्ताव भी हमारे साथ अच्छा नहीं रहा.