(शाश्वत तिवारी) । फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर भारत आईं हैं। यहाँ आकर उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों की कोई सीमा नहीं है। फ्रांस भारत के साथ सिर्फ रक्षा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि वैश्विक मसलों पर भी सहयोग करेगा। भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा में कोलोना ने दोनों देशों के बीच छात्रों की गतिशीलता पर जोर दिया और कहा कि फ्रांस चाहता है कि 2025 तक देश में भारतीय छात्रों की संख्या बढ़कर 20 हजार हो जाए।
विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से भी की मुलाकात:
तीन दिवसीय भारत दौरे के पहले दिन कोलोना ने भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर से और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से सामरिक संबंधों को विस्तार देने को लेकर चर्चा की। विदेश मंत्री एस० जयशंकर ने कहा कि भारत और फ्रांस ने हिन्द प्रशांत विकास सहयोग स्थापित करने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई है। दोनों देश विकास परियोजनाओं को आसान बनाने की दिशा में काम करेंगे। विदेश मंत्री डॉo एसo जयशंकर और फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने दिल्ली में एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने कहा कि हमारे बीच यूक्रेन में चल रही लड़ाई, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तनाव, कोरोना महामारी, अफगानिस्तान जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत फ्रांस को एक बड़ी शक्ति के रूप में देखता है। ‘फ्रांस और भारत सही अर्थों में विश्वसनीय भागीदार हैं। फ्रांस भारत की चिंताओं और प्राथमिकताओं के प्रति बेहद संवेदनशील रहा है।
इस खास मुलाकात को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट किया यूरोप और विदेश मामलों के लिए फ्रांस की मंत्री कैथरीन कोलोना से आज मुलाकात कर खुशी हुई। हमनें द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग को लेकर चर्चा की, मित्र इमैनुएल मैक्रों के लिये शुभकामनाएं दीं।